Acn18.com/कोरबा के मडिकल कॉलेज जिला अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही एक बार फिर से उजागर हुई है। हृदयाघात से मौत के आगोश में समाए ट्रक चालक के पीएम को लेकर परिजन फोन लगा लगाकर थक गए लेकिन चिकित्सक अस्पताल आने का नाम नहीं लिए। एसईसीएल की कुसमुंडा कोल परियोजना में नियोजित एक निजी कंपनी में ट्रक चालक के रुप में काम करने वाले नंद लाल चौहान की तबियत बीती रात अचानक खराब हुई,जिसे पहले बांकी स्थित एसईसीएल के विभागीय अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहां के चिकित्सकों ने अपने हाथ खड़े कर दिए। फिर उसे एक निजी चिकित्सक के पास ले जाया गया उसने भी उपचार करने में खुद को असमर्थ बताया लिहाजा परिजन रात करीब दो बजे उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुबह 11 बजे पंचनामा की प्रक्रिया संपन्न हो गई लेकिन लेकिन डॉक्टर दो बजे तक मौके पर नहीं पहुंचे जिससे परिजनों को काफी परेशान होना पड़ा। बताया गया,कि मृतक बिहार का निवासी है उसके उसके शव का अंतिम संस्कार वहीं होना है। इस मामले में जिस तरह से चिकित्सकों की संवेदनहीनता सामने आई है उस पर प्रबंधन को ध्यान देने की जरुरत है।
मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल के चिकित्सकों की संवेदनहीनता उजागर,पीएम के लिए नहीं आए समय पर,परिजनों को होना पड़ा परेशान
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