acn18.com लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत सोमवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने की। राहुल ने कहा कि बेरोजगारी समस्या का समाधान न तो UPA की सरकार कर पाई न ही NDA की सरकार।
राहुल ने कहा- मैंने राष्ट्रपति का भाषण सुना। वह पिछले कई सालों से यही बातें दोहरा रही हैं। हमने ये किया, हमने ये किया हमने वो किया। मैं संसद में बैठकर उन्हें सुन रहा था, मैं सिर्फ उसके खिलाफ जो उन्होंने बोला। आज मैं वो बताउंगा, कि उनका क्या संबोधन हो सकता था।
राहुल ने कहा- देश का भविष्य युवाओं के हाथ में है। इसलिए जो कुछ होना चाहिए उनके लिए होना चाहिए। केंद्र सरकार मेक इन इंडिया लेकर आई, ये अच्छा आइडिया है, लेकिन ये आखिर में फेल साबित हुआ।
विपक्षी सांसदों का हंगामा- स्पीकर से कहा कुंभ भगदड़ की मौतों का आंकड़ा जारी करे
इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा- राष्ट्रपति जी ने अपनी स्पीच में महाकुंभ का भी जिक्र किया है। अभी प्रश्नकाल है, इसलिए इस समय दूसरे किसी भी विषय पर चर्चा नहीं हो सकती। अपने सवाल रखें।
इसके बाद भी विपक्षी सांसद हंगामा करते रहे। वे लगातार नारा लगा रहे थे- सरकार कुंभ में हुई मौतों का आंकड़ा जारी करे। केंद्र सरकार होश में आओ, होश में आओ।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने हंगामा कर रहे सांसदों से तल्ख अंदाज में पूछा- आपको जनता ने यहां सवाल पूछने भेजा है कि मेज तोड़ने, अगर मेज तोड़ने भेजा है तो और जोर से मारिए।
संसद के दूसरे सदन राज्यसभा में भी महाकुंभ भगदड़ में हुई मौतों पर लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। थोड़ी देर कार्यवाही चलने के बाद राज्यसभा से विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। हालांकि सभी एक घंटे बाद लौट आए।
दरअसल, 29 जनवरी को प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ हुई थी। यूपी सरकार ने 17 घंटे बाद 30 मौतों और 60 लोगों के घायल होने की बात मानी थी। विपक्ष ने इसी पर यूपी समेत केंद्र सरकार को घेरा है।