acn18.com/ रायपुर। विधानसभा में भ्रष्टाचार के मामले में मंत्रियों की हालात विधायकों ने सवाल खड़े करके खराब कर दी है। विधायक राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, अनुज शर्मा ने छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन राजधानी रायपुर के प्रसिद्ध बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण पर नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव को सदन में घेरा। दबाव के चलते मंत्री को जांच का आश्वासन देकर मामले को शांत कराना पड़ा । आज फिर इस मामले को लेकर हंगामा के आसार है। वहीं यदि एक दो दिन में आचार संहिता लगता है तो प्रशासन के बैठते ही महापौर सहित उनके मंडली की कुंडली पर कार्रवाई शुरू होते ही महापौर सहित उनके परिषद के नेताओ्ं पर प्रशासक का शिकंजा कसना तय माना जा रहा है। पिछले पांच साल में राजधानी के 70 वार्डों में हुए विकास कार्यों का आंकलन किया जाएगा साथ जो बड़े बड़े प्रोजेक्ट है जिसमें स्मार्ट सिटी औऱ निगम ने मिलकर तैयार किया है उसकी गुणवत्ता और लागत का आडिट के हिसाब से जांच होना तय है. । प्रसासक के बैठते ही सबसे पहले उन शिकायतों पर ध्यान केंद्रीत करेगा जिसमें भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद सुनवाई नहीं की गई । साथ ही शहर में डामरीकरण में घोटाले की जांच तय है। चूंकि नगरीय निकाय चुनाव सिर पर है किसी वजह से डेट आगे बढ़ती है तो प्रसासक का बैठना तय है। जिस हिसाब से नगरीय प्रशासन मंत्री ने अपने पार्टी के विधायकों को पिंक टायलेट, बूढ़ातालाब में फौव्वारा जिसे लगाने में करोड़ों रुपए खर्च किय़ा गया जो मात्र एक सप्ताह ही चला उसके बाद से एसा बंद पड़ा की सवाल विधानसभा तक पहुंच गया.। आज तक बंद है जो कबाड़ में तब्दील हो गया है उसी के बाजू में बच्चों के लिए उद्यान बनाया गया है जो अब पूरी तरह कबाड़ में बदल गया है।
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