रायपुर। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के साथ छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान किया है। इस सीट पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को मतगणना होगी। छत्तीसगढ़ सरकार के कैबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि पार्टी की तैयारी पूरी है। हम बेहतर तरीके से चुनाव लड़ेंगे और दक्षिण विधानसभा सीट पर बड़ी जीत दर्ज करेंगे।
कांग्रेस जहां-जहां चुनाव हारती है, वहां ईवीएम गलत होता है, जहां वह चुनाव जीतती है वहां ठीक होता है। कांग्रेस को आरोप लगाने की बजाय अपने गिरेबां में झांकने की जरूरत है। बीजेपी अपनी उम्मीदवार के लिए लगभग लगभग एक राय बना चुकी है। अब देखना है कि कांग्रेस अपने प्रत्याशी का चयन कब करेगी।
.बता दें कि बीजेपी से उम्मीदवार के लिए सुनील सोनी का नाम लगभग तय बताया जा रहा है। दौड़ में संजय श्रीवास्तव, अमित साहू , बसंत अग्रवाल और नंदन जैन भी शामिल थे खबर लिखे जाने तक। बीजेपी इस उपचुनाव की जिम्मेदारी सांसद बृजमोहन अग्रवाल को सौंप सकती है। क्योंकि रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर वे लगातार चुनाव जीतते आए है। रणनीति बनाने में सांसद अग्रवाल टॉप नेता माने जाते है। इसी वजह से बीजेपी के लिए यह सीट अभेद किला मानी जाती है।
विरासत और परिवार दक्षिणी विधानसभा में हो रहा है कांग्रेस वार रायपुर दक्षिण के उप चुनाव में कांग्रेस अपनी ओर से ज़बरदस्त ज़ोर लगाकर चुनाव लड़ने के मूड में आ गई है नये और पुराने चेहरों को मंथन करने के उपरांत कांग्रेस में विरासत और परिवार को तरजीह दिया जाना एक नई परंपरा का उदय होने का पूरी संभावना है वैसे तो दक्षिण विधानसभा में प्रमोद दुबे कन्हैया अग्रवाल पुराने चेहरे और चर्चित चेहरे हैं
उपचुनाव लड़ने के लिए आतुर हैं नए चेहरों में विरासत और परिवार की बात की जाए तो सबसे बड़ा नाम राजीव वोरा का आता है रायपुर में जन्में पढ़े लिखे मोतीलाल वोरा परिवार एक मात्र चश्म चिराग जो पूर्व से ही छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस की राजनीतिक में अपना दख़ल रखते हैं और मोतीलाल वोरा परिवार के होने के कारण एक पूरे विशेष समुदाय के नेतृत्व को अपने अधीन करने में माहिर राजनीति के बड़े मंजे हुए खिलाड़ी जिनको छत्तीसगढ़ की राजनीतिक में कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता रूबरू तो है और अच्छी तरीक़े से जानते हैं
वह कैसे हैं और क्या है इसकी जान पहचान कमोबेश सभी कांग्रेसियों को है छत्तीसगढ़ के बड़े कांग्रेस नेता गंभीरता से चुनाव को लड़ाने की इच्छुक नहीं दिखते ये बात भी आलाकमान के पास बड़े ज़ोर शोर से पहुँची है कमोबेश ये मान कर चला जाता है उपचुनाव में सत्ताधारी पार्टी को ही लाभ मिलता है और चुनाव जीतती भी है दक्षिण विधानसभा की बात है पिछले 40वर्षों से भारतीय जनता पार्टी बृजमोहन अग्रवाल के नेतृत्व में लगातार चुनाव पार्टी चुनाव जीत रही है भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लिए महत्वपूर्ण है दक्षिण विधानसभा इसलिए ये मानते भी चला जा रहा है यह सत्ताधारी दल किसी भी क़ीमत पर दक्षिण विधानसभा को कोई कमी नहीं रहने देगा और हर हालत में दक्षिण विधानसभा चुनाव जीतना ही भारतीय जनता पार्टी का उद्देश्य होगा
छत्तीसगढ़ के रायपुर दक्षिण विधानसभा के उपचुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर होगी। 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है।