रायपुर। छत्तीसगढ़ में शनिवार को श्रीराम विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया जायगा। इसी कड़ी में रायपुर के WRS कॉलोनी में पिछले 54 वर्ष से चले आ रहे एतिहासिक दशहरा उत्सव में इस बार छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री अरुण साव , उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मुणत, विधायक मोतीलाल साहू, शामिल होंगे।
रायपुर उत्तर विधायक पुरन्दर मिश्रा ने बताया कि WRS कॉलोनी में रावण का पुतला 101 फीट का होगा। मेघनाथ और कुंभकरण का 85-85 फीट के पुतले होंगे। आतिशबाजी के लिए कोलकाता से टीमें बुलाई गई है। आंध्रप्रदेश के कलाकार तीनों की पुतलों को आकार दे रहे हैं। इसलिए मनाया जाता है दशहरा 14 वर्ष के वनवास के दौरान लंकापति रावण ने जब माता सीता का अपहरण किया तो भगवान राम ने हनुमानजी को माता सीता की खोज करने के लिए भेजा। हनुमानजी को माता सीता का पता लगाने में सफलता प्राप्त हुई और उन्होंने रावण को लाख समझाया कि माता सीता को सम्मान सहित प्रभु श्रीराम के पास भेज दें।
रावण ने हनुमानजी की एक न मानी और अपनी मौत को निमंत्रण दे डाला। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने जिस दिन रावण का वध किया उस दिन शारदीय नवरात्र की दशमी तिथि थी। राम ने 9 दिन तक मां दुर्गा की उपासनी की और फिर 10वें दिन रावण पर विजय प्राप्त की, इसलिए इस त्योहार को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है। रावण के बुरे कर्मों पर श्रीरामजी की अच्छाइयों की जीत हुई, इसलिए इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के त्योहार के रूप में भी मनाते हैं। इस दिन रावण के साथ उसके पुत्र मेघनाद और उसके भाई कुंभकरण के पुतले भी फूंके जाते हैं।