संकेत साहित्य समिति के 44 वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पं. मुकुटधर पांडे साहित्य भवन कोरबा में सरस काव्य संध्या का आयोजन किया गया। माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, पूजा एवं सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का आगाज हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता पं. मुकुटधर पांडे साहित्य भवन कोरबा व संकेत साहित्य समिति के संरक्षक जनाब युनूस दानियालपुरी ने की। पं. मुकुटधर पांडे साहित्य भवन कोरबा के अध्यक्ष दिलीप अग्रवाल, पंडित मुकुटधर पांडे साहित्य भवन समिति व संकेत साहित्य समिति के सचिव डॉक्टर कृष्ण कुमार चंद्रा, वरिष्ठ कवयित्री दीप दुर्गवी, वरिष्ठ कवि वी एन सिंह, डॉ मंजुला साहू, वीणा मिस्त्री व तुलसी साहित्य समिति के अध्यक्ष जगदीश श्रीवास आदि विज्ञजनों ने मंचासीन
होकर उपस्थित कवि एवं कवयत्रियों का उत्साहवर्धन किया।
डॉक्टर कृष्ण कुमार चंद्रा ने संकेत साहित्य समिति के बारे में जानकारी साझा करते हुए स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत दिया व स्थापना दिवस तथा नवरात्रि की सबको बधाई दिया। जनाब युनूस दानियाल पुरी व वी एन सिंह ने अपने उद्बोधन में कोरबा में फलीभूत हो रही विभिन्न साहित्य समितियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की और कहा कि कोरबा की विभिन्न साहित्य समितियां पंडित मुकुटधर पांडे साहित्य भवन समिति रूपी सागर में समाहित है व लगातार अपने-अपने बैनर तले उत्कृष्ट आयोजन व लेखन कार्य कर रही हैं। दानियाल पुरी ने कहा कि संकेत साहित्य समिति का इतिहास 43 वर्ष पुराना है। उसकी सतत सक्रियता क़ाबिले तारीफ़ है।
संकेत साहित्य समिति की स्थापना कोरबा में 11 सितम्बर सन 1981 में वरिष्ठ साहित्यकार व ग़ज़लकार डॉ. माणिक विश्वकर्मा “नवरंग” द्वारा किया गया था। प्रादेशिक संस्था संकेत साहित्य समिति, डॉ माणिक विश्वकर्मा नवरंग की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में संचालित हो रही है। कोरबा इकाई के अध्यक्ष वरिष्ठ कवि व पत्रकार कमलेश यादव, संरक्षक दिलीप अग्रवाल, यूनुस दानियालपुरी, मुकेश चतुर्वेदी सचिव डॉक्टर कृष्ण कुमार चंद्रा, व सहसचिव जीतेंद्र कुमार वर्मा खैरझिटिया,बलराम राठौर है।
रायपुर से डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ ने वीडियो कॉल के माध्यम से उपस्थित होकर सबको अभिनव आयोजन के लिए बधाई दिया ।जीतेंद्र कुमार वर्मा “खैरझिटिया”के कुशल संचालन में उपस्थित कवि एवं कवियित्रियों ने काव्य विविध विधाओं की रोचक रचनाएँ प्रस्तुत कीं। काव्य पाठ करने वालों में युनूस दानियाल पुरी, दीप दुर्गवी, वी. एन. सिंह, दिलीप अग्रवाल,अनुसुया श्रीवास, किरण सोनी, डॉ. कृष्ण कुमार चंद्रा, स्मिता देशपांडे, डॉ मंजुला साहू, वीणा मिस्त्री,भारती चौरसिया, मनीष कुमार, इंदू देवांगन, अर्चना साहू, संतोष मिरी हेम, धरम सिंह साहू, जान्हवी साहू, विनीता इल्मे,अंजना श्रीवास्तव, जगदीश श्रीवास,रामकृष्ण कुमार साहू, देवव्रत कुर्रे, कविता जैन, आर. एस .श्रीवास, सरस्वती श्रीवास,संतोष चौहान, घनश्याम श्रीवास, एकांश साहू, जीतेन्द्र वर्मा एवं सरस्वती साहू के नाम प्रमुख हैं।
कार्यक्रम के अंत में कविता जैन ने समिति की ओर से
अतिथियों, रचनाकारों एवं श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त किया ।