हरियाणा की असंध विधानसभा सीट में रैली करने के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पहुंची हैं। उनके साथ इनेलो के प्रधान सचिव अभय सिंह चौटाला भी मौजूद हैं।
दोनों नेता इनेलो-बसपा के संयुक्त उम्मीदवार गोपाल राणा के लिए वोटों की अपील कर रहे हैं। गोपाल राणा 2019 में बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके नरेंद्र राणा के बेटे हैं। नरेंद्र राणा पिछले चुनाव में कांग्रेस के शमशेर सिंह गोगी से मामूली अंतर से चुनाव हारे थे। गोपाल राणा काे इस चुनाव में अपने पिता की छवि का लाभ मिल सकता है।बोलीं- बसपा अरबपतियों से नहीं कार्यकर्ताओं से चलती है
मायावती ने कहा- देश में भ्रष्टाचार काफी बढ़ा हुआ है। हरियाणा में भी यही हाल है। इसका मुख्य कारण यह है कि आजादी के बाद से लेकर अभी तक इन्हीं पार्टियों ने राज किया है। जबकि बसपा ही एक ऐसी पार्टी है, जो देश के अरबपतियों के फंड से नहीं, कार्यकर्ताओं के सहयोग से चल रही है। हमारी पार्टी सत्ता में आने के बाद बिना किसी दबाव के सर्व समाज का विकास करेगी।
उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी ने 4 बार सरकार बनाई है। इस कार्यकाल में अपने सिद्धांतों पर चलकर सर्व समाज का पूरा ख्याल रखा है, लेकिन हमने प्राथमिकता के आधार पर दलितों, पिछड़ों, मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यकों का विकास किया है। आरक्षण की सुविधा बसपा के प्रयास से मिली
मायावती ने कहा- मंडल कमीशन की रिपोर्ट पर आरक्षण की सुविधा कांग्रेस की सरकार में नहीं, बसपा के अथक प्रयास के बाद मिली है। वीपी सिंह की सरकार ने ही बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न दिया था, जबकि इन्हें ये सम्मान कांग्रेस की सरकार ने नहीं दिया।
कांग्रेस पार्टी के इस काम से दलित वर्ग के लिए नीयत साफ झलकती है। कांशीराम के देहांत होने पर केंद्र में कांग्रेस पार्टी ने एक दिन का भी शोक नहीं किया था।