Acn18.com/छत्तीसगढ़ में लगातार हुई बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। सुकमा-बीजापुर से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का संपर्क अभी तक कटा हुआ है। शिवनाथ नदी का पानी घुसने से 11 गांव जलमग्न हो गए हैं। यहां 30 साल बाद बाढ़ के हालात हैं।
राजनांदगांव, खैरागढ़ में बाढ़ प्रभावितों को कैंपों में शिफ्ट किया गया है। अगले 2 दिनों में मानसून की गतिविधियों में कमी की संभावना है। मानसून के 3 महीने हो चुके हैं। 11 सितंबर तक प्रदेश में 1123.7 मिमी बारिश हुई है, जो औसत से 9% अधिक है।
मानसून का कोटा औसत 1139.4 मिमी है। यानी सीजन की 86% बारिश हो चुकी है। अब कोटे को पूरा करने के लिए करीब 15 मिमी पानी की जरूरत है। बुधवार को सबसे अधिक बारिश खैरागढ़-छुईखदान जिले के गंडई में 110 मिमी दर्ज की गई है।
सिस्टम MP की ओर बढ़ा, भारी बारिश के आसार नहीं
मौसम विज्ञानियों के अनुसार राज्य में सक्रिय सिस्टम मध्य प्रदेश की ओर बढ़ गया है। इस वजह से फिलहाल अभी बारिश से राहत रहेगी। मौसम शुष्क होने से तापमान में बढ़ोतरी होगी। इससे गर्मी परेशान करेगी। राज्य में बारिश का सिस्टम पिछले तीन-चार दिन से सक्रिय था।
हालांकि समुद्र से नमी अभी भी आ रही है। इसके असर से उत्तरी और दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। मध्य छत्तीसगढ़ यानी रायपुर और आस-पास के इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा। तीन चार दिन बाद ही नया सिस्टम सक्रिय होगा। उसके बाद बारिश होगी।
प्रदेश के जिलों में मौसम…
रायपुर : बढ़ेगी गर्मी, 2-3 दिन बारिश के आसार नहीं
रायपुर में आज मौसम मौसम शुष्क रहेगा। आसमान में दिन में बादल जरूर छाएंगे, लेकिन ज्यादातर समय धूप रहने के आसार हैं। इससे गर्मी बढ़ेगी। अगले दो-तीन दिन अभी रायपुर में तेज बारिश के आसार नहीं है। एक- दो जगह हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। बुधवार को रायपुर में तापमान 30 डिग्री रिकार्ड किया गया। गुरुवार को पारा 2 डिग्री बढ़ेगा।
बिलासपुर : बारिश बंद होते ही चढ़ा पारा, आज हल्की बारिश की संभावना
बिलासपुर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। एक दिन पहले झमाझम वर्षा के बाद बुधवार को मौसम सामान्य रहा। इसके चलते तापमान एक दिन पहले की तुलना में करीब 5 डिग्री अधिक रहा। आसमान में बदली और काली घटाओं के बीच ठंडी हवाएं चलती रहीं। मौसम विभाग ने निम्न दाब की स्थिति बनने से गुरुवार को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।
राजनांदगांव : 20 गांवों का संपर्क टूटा
राजनादगांव के पदुमतरा से रेगाकटेरा जाने वाली रोड पर बुंदेली के पास स्थित सड़क पर बना पुल पानी के तेज बहाव में बह गया है। इसके चलते यातायात प्रभावित है। बाढ़ का पानी गांवों में घुसने से जिला मुख्यालय के कई गांव टापू बन गए हैं। राहत और बचाव के लिए प्रशासन ने 17 अस्थायी कैंप खोले हैं। इनमें करीब 250 परिवारों को ठहराया गया है। आसपास के करीब 20 गांव का संपर्क टूटा हुआ है।
खैरागढ़ जिले में झमाझम बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। तीन नदियों के संगम मुस्का, आमनेर और पिपरिया नदी ने जलस्तर बढ़ने से तबाही मचा दी है। स्थानीय इतवारी बाजार, धरमपुरा और टिकरापारा बस्ती में बारिश का पानी जमा होने से बाढ़ का विकराल रूप देखने को मिला है।
बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए प्रशासन ने सांस्कृतिक भवन और प्राथमिक शाला क्रमांक 1 में व्यवस्था कराई है। बाढ़ प्रभावित 42 परिवार के लगभग 300 लोगों को कैंप में शिफ्ट किया गया है। आमनेर नदी का जल स्तर बढ़ने से धरमपुरा, अंबेडकर वार्ड डूब गया है। लोग सुबह से दुकान मकान खाली करने जुटे हैं।
शहरों का तापमान
आज से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी शुरू होगी। बुधवार को राज्य के लगभग सभी जिलों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री या उससे कम रिकार्ड किया गया है। गुरुवार से तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। छत्तीसगढ़ के ज्यादातर राज्यों में सितंबर के अब तक के कोटे के हिसाब से बारिश हो चुकी है।