रेलवे द्वारा प्रदत्त सुविधाओं और ट्रेनों के परिचालन समेत रेलवे जुड़ी तमाम अन्य समस्याओं को लेकर बिलासपुर मंडल के सांसदों की बैठक में कई निर्णय लिए गए। बैठक में कई सांसदों और सांसद प्रतिनिधियों ने जमकर रेल अधिकारियों की खैर खबर ली। कोरबा लोकसभा क्षेत्र में रेल सुविधाओं को लेकर सांसद ज्योत्सना महंत द्वारा दिए गए सुझाव में से कईयों पर अमल करने का आश्वासन रेल प्रबंधन द्वारा दिया गया है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल के सांसदों के साथ रेल प्रबंधन द्वारा आज बैठक का आयोजन किया गया। महाप्रबंधक कार्यालय में आयोजित इस बैठक में उडीसा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के आधा दर्जन सांसदों ने हिस्सा लिया। केंद्रीय राज्य मंत्री और बिलासपुर सांसद तोखन साहू की अध्यक्षता में हुई बैठक में जनप्रतिनिधियों ने अनेक सुझाव दिए। बैठक में जोर दिया गया कि जिस क्षेत्र में रेलवे कोई भी काम करता है जनप्रतिनिधियों को उसकी जानकारी नहीं दी जाती। उन्हें जनता को जवाब देना होता है इसलिए सबको उनके क्षेत्र में चल रहे समस्त कार्यों की जानकारी दी जानी चाहिए। रेल प्रबंधकों ने आश्वस्त किया कि अब ऐसा ही होगा। बारंबार गाड़ियों के परिचालन को बाधित करने पर भी सांसदों ने नाराजगी जाहिर की। रेल प्रबंधकों ने स्पष्ट किया की निरंतर चल रहे रेल पथ विकास और प्लेटफार्म निर्माण के कारण ट्रेनों को रद्द करना पड़ रहा है प्रयास किया जाएगा कि कम से कम ट्रेनों का परिचालन रोका जाए
कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत द्वारा दिए गए 23 सुझाव पर रेल प्रबंधन द्वारा जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार कोरबा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए डॉरमेट्री की सुविधा प्रदान की जाएगी। कोरबा और चांपा में अमृत बाजार योजना के तहत लिफ्ट का निर्माण चल रहा है। सकती में फुट ओवर ब्रिज के शेष हिस्से यानी प्लेटफार्म तीन चार पर रैम निर्माण का प्रस्ताव किया जा रहा है। कोरबा रेलवे स्टेशन में दूसरी एंट्री में साइकिल स्टैंड ,कटघोरा दीपिका में रेलवे आरक्षण केंद्र की स्थापना का सुझाव दिया गया है ।कोरबा में सर्व सुविधायुक्त महिला प्रतीक्षालय को उन्नत किया जा रहा है ऐसी जानकारी श्रीमती महंत को दी गई है ।इसके तहत महिला यात्रियों के लिए लेडिज टॉयलेट बेबी फीडिंग बूथ जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएगी ।गेवरा से चलने वाली गाड़ियों को भी बहाल करने का आश्वसन दिया गया है ।रायपुर मेमू लोकल को भी प्रारंभ करने की मांग की गई है। कुछ नई ट्रेनों को भी कोरबा से चलाने का सुझाव दिया गया है ।कोरबा चांपा शक्ति अकलतरा में रेलवे की खाली पड़ी जमीन में दुकान कंपलेक्स बनाते हुए बेरोजगारों को आवंटित करने का सुझाव भी माना गया है और कहा गया है इसे नोट कर लिया गया है। कोरबा रेलवे स्टेशन स्टाफ क्वार्टर का जीर्णोद्धार किये जाने के सुझाव पर कहा गया है कि यह यथाशीघ्र कराया जाएगा। दीपका नगर पालिका वार्ड के अंतर्गत आने वाले कृष्णा नगर से चार रेलवे ट्रैक के गुजरने से जो परेशानी वहां के लोगों को हो रही है उस पर भी रेल प्रबंधन द्वारा कहा गया है की भूमि अधिग्रहण परियोजना की आवश्यकता के अनुसार निर्णय लिया जा रहा है।
इस उच्च स्तरीय बैठक में अंबिकापुर से दिल्ली अंबिकापुर दुर्ग ट्रेन को नागपुर तक चलाने समेत लगभग एक दर्जन ट्रेनों को चलाने की मांग और तमाम जन सुविधाओं को लेकर रेल प्रबंधन को सुझाव श्रीमती ज्योत्सना महंत ने दिया है।
बैठक में कोरबा सांसद ने इस बार किसी पार्टी के नेता को अपना प्रतिनिधि बनाकर भेजने की बजाय पत्रकार कमलेश यादव को बैठक मैं शामिल होने के लिए अधिकृत किया। श्रीमती महंत की ओर से कोरबा से जुड़ी तमाम यात्री सुविधाओं और ट्रेन को लेकर पक्ष रखा गया। बताया गया कि कैसे कोरबा को सिर्फ कमाऊ पूत बना कर रखा गया है। रेलवे कोरबा का सिर्फ दोहन कर रहा है । पिटलाइन के निर्माण के समय आश्वस्त किया गया था कि इसके निर्माण के बाद लंबी दूरी की ट्रेन कोरबा को दी जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। रेल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि वहां एक ट्रेन की धुलाई होती है इस पर भी आपत्ति की गई और कहा गया कि यहां सिर्फ प्रदर्शन किया जाता है ।ट्रेनों को कभी भी रद्द कर दिया जाता है जो ट्रेन कोरबा से चल भी रही हैं उनकी लेट लतीफी से रेल यात्री परेशान हो गए हैं मजबूरन उन्हें ट्रेन की बजाय सड़क मार्ग से सफर करना पड़ रहा है। कोरबा रेलवे स्टेशन के दो और तीन नंबर प्लेटफार्म पर जन सुविधा तक नहीं है पेयजल, वॉशरूम शेड का अभाव यात्रियों को अत्यंत कष्ट पहुंचाता है। सर्वाधिक आय देने वाले कोरबा के साथ उपेक्षा पूर्ण व्यवहार से क्षेत्र में काफी आक्रोश है जो कभी भी विस्फोटक रूप धारण कर सकता है।
बैठक के दौरान कोरबा की ओर से आवाज उठी की रेल अधिकारी जनप्रतिनिधियों को मुगालते में रखकर सिर्फ और सिर्फ रेलवे की कमाई पर ध्यान दे रहे हैं ।जनप्रतिनिधि जो सुझाव देते हैं उस कह दिया जाता है कि अमल किया जाएगा लेकिन वह सुझाव रेलवे बोर्ड तक भेजा ही नहीं जाता। उदाहरण के लिए बताया गया की जिस हंसदेव एक्सप्रेस को प्राप्त करने के लिए कोरबा के लोगों ने सभी दल के नेताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर संघर्ष किया और यह ट्रेन मिली उस समय यही बताया गया था की कभी भी कोरबा के लिए किसी नई ट्रेन का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को बिलासपुर जोन के अधिकारियों ने भेजा ही नहीं था। रेल अधिकारी अपने ही अधीनस्थों का शोषण कर रहे हैं। यह जानकारी भी वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष रखी गई है ।कोरबा के लोको पायलट के साथ हो रहे अन्याय के विषय में अधिकारियों को कोरबा सांसद की ओर से अवगत कराकर उनके साथ न्याय करने की सलाह दी गई।
सांसदों के साथ बैठक में कोरबा से रायगढ़ के मध्य ट्रेन चलाने की मांग सांसद महंत की ओर से की गई है जिसका समर्थन रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया और राज्यसभा सदस्य देवेंद्र सिंह ने भी किया है ।उनकी भी मांग है कि दोनों शहरों के मध्य एक ट्रेन अत्यंत आवश्यक है। बैठक में गेवरा पेंडा, कटघोरा कवर्धा के मध्य रेल लाइन बिछाने और यात्री सुविधाओं को लेकर भी चर्चा की गई। इस परियोजना पर चल रहे कार्य पर अधिकारियों ने प्रकाश डाला।
बैठक में बिलासपुर सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के अलावा शहडोल सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह जांजगीर सांसद कमलेश जांगड़े बरगढ़ उड़ीसा सांसद प्रदीप पुरोहित समेत सुंदरगढ़ सांसद और केंद्रीय मंत्री जुवेल ओराम के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। रेल प्रबंधन की ओर से जी एम,डीआरएम और सभी विभागों के एच ओ डी मौजूद रहकर जनप्रतिनिधियों के सुझाव का जवाब दे रहे थे।