महाराष्ट्र के पुणे में NCP के पूर्व पार्षद वनराज आंदेकर की रविवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। पूर्व पार्षद पर ताबड़तोड़ पांच गोलियां चलाई गईं। फायरिंग के बाद वनराज आंदेकर को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि पुणे के नानापेठ के डोके तलीम इलाके में यह घटना रात करीब 8:30 बजे हुई। घरेलू विवाद के चलते उनकी हत्या की गई।
घटना का CCTV फुटेज भी वायरल हो रहा है। इसमें 5-6 बाइक से आए करीब 12 युवक एक साथ आंदेकर पर हमला बोलते दिख रहे हैं। जैसे ही हमलावर आंदेकर के करीब पहुंचे। आंदेकर अपनी जान बचाने के लिए पीछे की ओर भागने लगे। इसी दौरान एक हमलावर ने आंदेकर पर कान से सटाकर गोली मारी। आंदेकर के खून से लथपथ होने के बाद हमलावर ने हवा में बंदूक लहराते हुए फायरिंग की। इसके बाद सब मौके से फरार हो गए।
हमले से पहले इलाके की बिजली काटी गई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आंदेकर की हत्या के लिए हमलावरों ने प्लानिंग की थी। इलाके की लाइट काट दी गई थी। लाइट न होने के कारण आंदेकर सड़क पर बाहर अकेले खड़े थे। हमलावर चाकू लेकर भी मौके पर पहुंचे थे। हालांकि, अभी तक चाकू से हमले की बात सामने नहीं आई है।
2017 में पार्षद बने थे वनराज आंडेकर
वनराज आंदेकर 2017 पुणे नगर निगम चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से नगर चुने गए थे। NCP के 2 धड़ों में बंटने के बाद उन्होंने अजित गुट को समर्थन दिया था। इससे पहले उनकी मां राजश्री अंदेकर 2007 और 2012 में 2 बार पार्षद रह चुकी हैं। वनराज आंदेकर के चचेरे भाई उदयकत आंडेकर भी पार्षद थे। इसके अलावा वत्सला आंदेकर पुणे शहर की मेयर का पद भी संभाल चुकी हैं।
आंदेकर गिरोह से जुड़े थे वनराज
पूर्व पार्षद आंडेकर गिरोह से जुड़े थे। यह गिरोह 25 सालों से पुणे में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। आंडेकर गिरोह के सरगना बंडू उर्फ सूर्यकांत आंडेकर के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, धमकी, हथियार रखना, अपहरण जैसे केस दर्ज हैं। इसके अलावा गैंगस्टर प्रमोद मालवडकर की हत्या के मामले में सूर्यकांत अंडेकर को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।