कोरबा में छत्तीसगढ़ का पारंपरिक पर्व भोजली त्यौहार हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया। छत्तीसगढ़ियां क्रांति सेना द्वारा पिछले साल की तरह इस वर्ष भी इस पर्व को भव्य तरीके से मनाया गया। घंटाघर में नृत्य और संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया,जहां बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुती दी। ।कार्यक्रम के अंत में भोजली रैली का आयोजन किया गया,जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
हमारा देश त्यौहारों का देश है,जहां साल भर कोई न कोई पर्व और त्यौहार मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ में क्षेत्रीय पर्व का अपना अलग महत्व है। कुछ दिन पूर्व हरेली का पर्व मनाया गया। रक्षाबंधन के दूसरे दिन मंगलवार को भोजली पर्व धूमधाम से मनाया गया। हर साल की तरह इस साल भी छत्तीसगढ़ियां क्रांति सेना ने अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया
घंटाघर में संगठन की तरफ से छत्तीसगढ़ी नृत्य,संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया,जहां आकर्षक नृत्य, गीत संगीत की प्रस्तुती दी गई
गीत संगीत प्रतियोगिता समापन के बाद भव्य भोजली रैली का आयोजन किया गया,जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी भागीदारी निभाई। सड़क पर डीजे की धुन में लोग जमकर थिरके और जलस्त्रोत में भोजली दाई का विसर्जन किया गया।
संगठन के पदाधिकारियों ने बताया,कि छत्तीसगढ़ के लोकपर्व को सहेजना उनकी प्राथमिकताओं में से एक है यही वजह है,कि भोजली पर्व को उनके द्वारा हर साल भव्य तरीके से मनाया जाता है।
निश्चित रुप से इस तरह के आयोजन से प्रदेश के पारंपरिक पर्व को बढ़ावा मिलेगा और आने वाली पीढ़ी भी इसे सहेजती रहेगी।