पवन तिवारी/कोरबा: राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले कोरवा आदिवासी बुटु कोरवा की संदिग्ध मौत हो गई। जिला अस्पताल कोरबा में पिछले दो दिनों से उसका शव पड़ा हुआ है। पत्नी और बेटा अस्पताल पहुंच गए हैं लेकिन ब्यूटी के परिजन व गांव वाले उसका व छूने को भी तैयार नहीं है यही कारण है कि कोई भी अस्पताल तक नहीं पहुंचा है।
पता चला है की पहाड़ी कोरवा बूटू ने लगभग डेढ़ दशक पहले अपनी ही भतीजी से विवाह कर लिया उसे समाज से बाहर कर दिया गया शर्त रखी गई कि वह मुर्गा बकरा खिलाएगा तो उसे पुनः समाज में शामिल कर लिया जाएगा लेकिन बुटू ऐसा नहीं कर पाया। उसके एक बेटा भी है। लगभग 10 वर्ष पहले बूटू अपनी पत्नी से अलग रहने लगा। वह कहीं काम कर रहा था जहां उसे चोट लगी और जिला अस्पताल कोरबा में एक व्यक्ति ने भर्ती करा दिया। हम मौत के बाद भी भारती करने वाला व्यक्ति अस्पताल नहीं आ रहा है मृतक बुटू की पत्नी बेटे के साथ जिला अस्पताल में बैठकर इंतजार कर रही है कि कोई उसकी मदद करें और उसके पति का अंतिम संस्कार पूर्ण करावे