Acn18.com.वाहन मालिकों को गाड़ी का फिटनेस सर्टिफिकेट आसानी से मिले इस उद्देश्य से केंद्र सरकार ने यह काम निजी हाथों में सौंप दिया लेकिन निजी कंपनी भी दलालों के सहारे चल रही है यह आरोप एक गाड़ी मालिक ने लगाया है। गाड़ी मालिक का कहना है कि उसने दलाल को पैसे दिए इसके बावजूद उसका काम नहीं हुआ। वही फिटनेस सेंटर के मैनेजर ने दलाली के आप को सिरे से खारिज कर दिया है
पूरे देश में भारी वाहन मालिकों को सुविधा प्रदान करने के नाम पर फिटनेस सर्टिफिकेट प्रदान करने के लिए निजी कंपनियों को यह दायित्व सौंप दिया गया। कोरबा शहर से लगे ग्राम गोदी में कोरबा ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर खोला गया है जहां वाहन क्रमांक सीजी 12 bb0716 को लेकर वाहन मालिक रितेश सिंघानिया 3 दिनपहले पहुंचे। इनका आरोप है कि उनकी गाड़ी केंद्र में दो बार ले है गई फिटनेस सर्टिफिकेट देने के नाम पर बहाने बाजी के बीच केंद्र के किसी कर्मचारी ने बताया कि गगनदीप राजपाल नमक एजेंट को बिना ₹1500 दिए उनका काम होने वाला नहीं है रितेश ने उन्हें₹1500 दिए इसके अलावा कंपनी को जो राशि नियमतह देना था ऑनलाइन उसका भी पेमेंट किया गया।
गाड़ी मालिक रितेश सिंघानिया ने बताया कि उन्हें फिटनेस सेंटर से बताया गया की फिटनेस जांच की कार्रवाई पूरी हो गई है सर्टिफिकेट आपको ऑनलाइन मिल जाएगा वह जब अपने ग्रे ग्राम बालोदा पहुंच गए तो उन्हें फिर बताया गया कि आपका फिटनेस फेल हो गया है आपको पुनःआना पड़ेगा। रितेश ने बताया बावजूद इसके उनको फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया जा रहा है।
गाड़ी मालिक रितेश ने आरोप लगाया है की फिटनेस सेंटर पूरी तरह से दलालों के कब्जे में है
इस मामले में जब ग्रैंड न्यूज़ टीम ने फिटनेस सेंटर के प्रबंधक विकास से संपर्क किया तो उन्होंने गाड़ी मालिक द्वारा लगाए गए सारे आरोप खारिज करते हुए कहा कि उनके यहां कोई दलाली नहीं होती बल्कि सारा काम ऑनलाइन होता है।