acn18.com कोरिया / कोरिया के जिला अस्पताल में एक मरीज पेट दर्द की समस्या को लेकर भर्ती हुआ। 23 वर्षीय युवक के पेट मे दर्द होने से इसकी मौत हो गई। इस मामले में मृतक के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में भर्ती युवक की बिमारी इतनी भी गंभीर नहीं थी कि उसकी जान चली जाती। मरीज अपने साथी और भाईयों से बातचीत कर रहा था। डॉक्टर के परामर्श पर उसे दवा देने के साथ स्लाइन चढ़ाया जा रहा था। इस बीच युवक के पेट दर्द अचानक ज्यादा बढ़ गया और
मरीज अस्पताल के बेड पर तड़पने लगा । थोड़ी देर बादयुवक की मौत हो गई । परिजनों ने चिकित्सक पर आरोप लगाया है की मौत का कारण उसकी लापरवाही रही
यह मामला कोरिया जिले के जिला अस्पताल का है जहां मरीज पेट दर्द के कारण अस्पताल आता है । उसे डॉक्टर के कहने पर अस्पताल में भर्ती कर दिया जाता है । अस्पताल में मरीज को सलाइन चढ़ाने के बाद अचानक कुछ देर बाद ही मरीज पेट दर्द से तड़पने लगता है और अचानक मरीज की जान चली जाती है ।इस मामले में जब अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर और सीएमएचओ से बात की गई तो उनका कहना है कि युवक के पेट में दर्द से संबंधित जांच की जानी थी। डॉक्टर ने सोनोग्राफी जांच के लिखा था, मरीज के पेट की जांच सुबह होनी थी, लेकिन इससे पहले युवक ने दम तोड़ दिया।
परिजनों का कहना है कि युवक को समय पर अस्पताल लेकर आने के बाद भी उसकी मौत हो गई। परिजनों ने मरीज की ठीक से इलाज नहीं होना बताया और कहा कि इलाज में लापरवाही की गई है जिससे मरीज की जान चली गई । मृतक के भाई ने बताया कि उसका भाई मौत से थोड़ी देर पहले हीअपने दोस्तों से बात कर रहा था। आरोप लगाया गया है कि डॉक्टर के द्वारा मृत घोषित किए जाने के बावजूद युवक सिर हिला रहा था, जिसके बाद डॉक्टरों ने दोबारा जांच किया और मृत बताया।
इस मामले में सीएमएचओ डॉ आर एस सेंगर नेबताया कि शाम 5 बजे डॉक्टर ने युवक को अस्पताल में भर्ती किया था, रात 9 बजे उसकी हालत खराब हुई और मौत हो गई, डॉक्टर ने सोनोग्राफी जांच के लिए लिखा था, सुबह जांच होनी थी, लेकिन इससे पहले ही युवक की मौत हो गई। कोई भी डॉक्टर नहीं चाहता कि उसके मरीज के साथ गलत हो, परिजनों का आरोप गलत है।