acn18.com कोरबा / भारत की हवा, मिट्टी और जलवायु का ऐसा प्रभाव है कि यहां अलग-अलग प्रकृति के फल उत्पन्न होते हैं और जो लोगों की कई प्रकार की जरूरत को पूरा करती है। हर मौसम में अलग-अलग फल लोगों को प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं जो अपने स्वाद और गुण से उन्हें लाभान्वित करते हैं। मानसून की आहट से ठीक पहले जामुन फल बाजार में आ गया है। कोरबा में यह 80 ₹100 के बीच बिक रहा है। स्वास्थ्य के लिए इसे काफी अच्छा विकल्प बताया जा रहा है।
कोरबा जिले के करतला विकासखंड के अंतर्गत आने वाले घिनारा गांव की पहचान जामुन विलेज के रूप में बनी हुई है । इस गांव में एक पूरा बेल्ट जामुन की उपलब्धता को लेकर पहचाना जाता है। यहां से जामुन कोरबा ही नही बल्कि सीमावर्ती मध्य प्रदेश तक पहुंच रही है। कोरबा के बाजार में जामुन की बिक्री करने वाले ग्रामीण ने बताया कि पेट से जुड़ी हुई समस्याओं के लिए यह फल उचित है। इस मौसम में लोग इसका सेवन करने को लेकर आगे हैं।
जामुन के पेड़ का वानस्पतिक नाम सिजगियम कुमिनि है, इसे विभिन्न घरेलु नामों जैसे जामुन, राजमन, काला जामुन, जमाली, ब्लैकबेरी के नाम से जाना जाता है। प्रकृति में यह अम्लीय और कसैला होता है और स्वाद में मीठा होता है। पोटैशियम से भरपूर जामुन मनुष्य के हृदय के लिए बेहद फायदेमंद होता है। जामुन खाने से हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों को दूर किया जा सकता है। ये खून के फ्लो को आसान करता है ताकी उसमें किसी प्रकार का खतरा ना हो।