acn18.com छत्तीसगढ़ / पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में छत्तीसगढ़ को इस बार भी जगह मिली है। बिलासपुर सांसद तोखन साहू पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। पीएम मोदी के शपथ ग्रहण से पहले पीएमओ से उनके पास फोन आया है। इसके बाद तोखन साहू प्रधानमंत्री आवास पहुंचे थे। तोखन साहू सांसद बनने के बाद पहली बार लोकसभा में कदम रखेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रविवार शाम को राष्ट्रपति भवन में तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे। तोखन साहू पहली बार सांसद बने हैं और पहली बार में ही उन्हें मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
जानें कौन हैं तोखन साहू
बीजेपी ने इस बार बिलासपुर संभाग से लोरमी विधानसभा के पूर्व विधायक तोखन साहू लोकसभा चुनाव का टिकट दिया था। तोखन साहू का जन्म 15 अक्टूबर 1969 को ग्राम डिंडोरी जिला मुंगेली में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम लीलावती साहू है। उन्होंने एमकॉम की पढ़ाई की है।
राजनीतिक सफर
पंच से सांसद तक का सफर तय करने वाले तोखन साहू वर्तमान में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। साहू ने लोरमी के छोटे से गांव सूरजपुरा से 1994 में पंच से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। इसके बाद सरपंच, फिर जनपद सदस्य उसके बाद वर्ष 2013 में लोरमी विधानसभा सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। इस चुनाव में उन्हें 52 हजार 302 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर कांग्रेस के धर्मजीत सिंह रहे, जिन्हें 46 हजार 61 वोट मिले थे। साल 2014-15 में सदस्य महिलाओं एवं बालकों के कल्याण सम्बंधी समिति ,सदस्य प्रत्यायुक्त विधानसभा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा रह चुके हैं। साल 2015 में रमन सरकार में वह संसदीय सचिव रहे।
साहू ने बीजेपी को बिलासपुर में 7वीं बार जीत दिलाई
छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण सीटों में से एक बिलासपुर लोकसभा सीट पर इस बार बीजेपी के तोखन साहू ने जीत हासिल की है। उन्होंने 1 लाख 64 हजार 558 वोटों से जीत हासिल की है। तोखन को कुल 7 लाख 24 हजार 937 वोट मिले हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को 5 लाख 60 हजार 379 वोट मिले हैं। साहू ने बीजेपी को बिलासपुर में 7वीं बार जीत दिलाई है। इस तरह जीत का अंतर 1 लाख 64 हजार 558 रहा। साहू के कुल वोट का प्रतिशत 53.25 और यादव का 41.16 प्रतिशत रहा। इस बार यहां से बीजेपी के किसान नेता तोखन साहू और कांग्रेस के भिलाई से विधायक देवेंद्र यादव के बीच सीधी टक्कर थी।
7 बार जीत चुकी है बीजेपी
बिलासपुर लोकसभा सीट कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, लेकिन अब यह बीजेपी का किला बन चुका है। बीजेपी ने यहां पिछले सात चुनाव में लगातार जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस यहां 1952 से लेकर 1991 (1977 जनता पार्टी) को छोड़कर आठ चुनाव में जीत दर्ज कराने में कामयाब रही है। बीजेपी यहां 7 बार जीत दर्ज कर चुकी है तो वहीं जनता पार्टी ने एक बार 1977 में जीत हासिल की थी।
इसलिए मिल सकता है मंत्रि पद
छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के बाद सबसे ज्यादा जनसंख्या साहू समाज की है। प्रदेश में करीब साढ़े पांच लाख से ज्यादा साहू समाज की जनसंख्या है। इसी समाज को साधने के लिए बीजेपी और एनडीए की सरकार में तोखन साहू को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। तोखन की किसानों के बीच अच्छी पैठ है। वो जमीनी नेता हैं।
इन नामों की चल रही थी चर्चा
छत्तीसगढ़ दो दिन से तीन नामों की चर्चा चल रही थी। इनमें रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, दुर्ग सांसद विजय बघेल और पूर्व सीएम भूपेश बघेल को हराकर दूसरी बार सांसद बने संतोष पांडेय का नाम चल रहा था, लेकिन इनके नामों पर मुहर नहीं लग पाई थी और तोखत साहू को बुलावा आ गया।
इसलिए थी बृजमोहन के नाम की चर्चा
वीआईपी सीट रायपुर लोकसभा से रिकॉर्ड मतों से जीतने वाले सांसद बृजमोहन अग्रवाल 8 बार के विधायक हैं और वर्तमान में स्कूल शिक्षा मंत्री भी हैं। वो रायपुर लोकसभा से पहली बार चुनाव लड़े और कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय को पांच लाख से ज्यादा वोटों से हराया है।
उनका नाम देश में सबसे ज्यादा वोटों से जीतने वाले टॉप टेन सांसदों की लिस्ट में भी शामिल है।
पूर्व सीएम भूपेश को हराने वाले संतोष भी थे लाइन में
पूर्व सीएम भूपेश बघेल को प्रदेश की हाई प्रोफाइल राजनांदगांव लोकसभा सीट से हराने वाले बीजेपी के सांसद संतोष पांडेय का प्रदेश में और कद बढ़ गया है। वो लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं। इसलिए उनका नाम भी मंत्री के लिए चर्चा में चल रहा था। संतोष पांडे हिंदूवादी नेता माने जाते हैं। वो आरएसएस पृष्ठभूमि से आते हैं।
विजय बघेल की भी चल रही थी चर्चा
छत्तीसगढ़ की वीआईपी सीटों में से एक दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी नेता विजय बघेल भी लगातार दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए हैं। वो बड़े ओबीसी समाज से बड़े चेहरा थे। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में उन्होंने तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल को पाटन विधानसभा से कड़ी टक्कर दी थी पर उस चुनाव में वो हार गये थे। वो विधानसभा चुनाव 2023 में घोषणा समिति अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके नेतृ्त्व में छत्तीसगढ़ बीजेपी का घोषणा पत्र बना था।