acn18.com रायगढ़ / छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के दो वन मंडल में हाथियों की मौजूदगी रहती है, लेकिन धरमजयगढ़ वन मंडल हाथियों के दल को खूब भा रहा है। इसलिए लगातार इनकी संख्या यहां बढ़ते जा रही है। अभी 77 हाथियों का दल अलग-अलग क्षेत्रों में विचरण रहा है। जहां उनकी निगरानी में 20 हाथी ट्रैकर, दो हाथी मित्र दल और विभाग के कर्मचारी लगे हुए हैं। जिससे किसी प्रकार की जनहानि न हो।
दरअसल, धरमजयगढ़, कापू और छाल में हाथियों की मौजूदगी से कर्मचारियों को अर्लट मोड पर रखा गया है। जिससे लगातार निगरानी रखी जा रही है। बताया जा रहा है कि लगभग 77 हाथियों का लगभग 10 ग्रुप है। हर ग्रुप के लिए 2 ट्रैकर हैं। धरमजयगढ़ और छाल में दो हाथी मित्र दल की टीम भी निगरानी कर रही है।
ड्रोन से ले रहे तस्वीर
बताया जा रहा है कि, जब हाथियों पर विशेष निगरानी रखनी होती है, तो कई बार ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जाती है। जिससे उनकी तस्वीर और वीडियो विभाग को मिल सके। जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। हाल ही में 27 हाथियों के दल की तस्वीर आमगांव 367 कक्ष क्रमांक के बीच आमानारा के पास ड्रोन कैमरे से लिया गया है।
दल में शावक भी शामिल
धरमजयगढ़ वन मंडल में विचरण कर रहे हाथियों के दल में शावक भी शामिल हैं। इसमें 17 नर, मादा 36 और 24 शावक हैं। जिन दलों में शावक होते हैं, उन दलों के करीब जाने पर जान का खतरा रहता है। इस कारण इन पर ज्यादा निगरानी रखी जाती है। जिससे जंगल जाने वाला कोई ग्रामीण दल के करीब न पहुंच जाए।
कोई दल ज्यादा एग्रेसिव नहीं- वन मंडलाधिकारी
धरमजयगढ़ वन मंडलाधिकारी अभिषेक जोगावत ने बताया कि, ड्रोन कैमरे की मदद तब ली जाती है, जब किसी हाथी दल का पता करना होता है। 10 ग्रुप में 77 हाथी हैं। इसमें कोई दल ज्यादा एग्रेसिव नहीं है, लेकिन एकाएक लोगों का सामना न हो जाए। इसलिए जिन क्षेत्रों में हाथी दल होते हैं। वहां पहले से मुनादी कराकर ग्रामीणों को अर्लट कर दिया जा रहा है। ताकि कोई घटना न हो सके।