अब अगले दो महीने से अधिक समय तक शादी विवाह पर पूरी तरह से विराम रहेगा। दरअसल ग्रहों की प्रतिकूल दशा के कारण अगले 81 दिनों तक कोई विवाह मुहूर्त नहीं है और हिन्दू धर्म में बिना शुभ मुहूर्त विवाह वर्जित है। 24 अप्रैल को शुक्र मेष राशि में प्रवेश कर गया, यहां पहले से ही सूर्य का गोचर हो रहा है और मेष राशि में प्रवेश करते ही शुक्र अस्त हो गया। शुक्र 7 जुलाई तक अस्त रहेंगे व 7 जुलाई को उदय होने के बाद भी 10 जुलाई तक बाल्यत्व दोष के दायरे में रहेंगे। इस बीच 6 मई को गुरु भी वृष राशि में अस्त होंगे और 4 जून को उदय होंगे, अगले 81 दिन शादियों के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। अब 10 जुलाई तक विवाह बंद रहेंगे।
ज्योतिषाचार्य संतोष कुमार शास्त्री के अनुसार, शुक्र और गुरु दोनों ही ग्रह मांगलिक कार्यों के लिए शुभ होते हैं और यदि ये दोनों ग्रह अस्त हों तो मांगलिक कार्य नहीं किए जाते। शुक्र के अस्त होने का विचार खास तौर पर शादी के लिए किया जाता है, क्योंकि शुक्र को ही ज्योतिष में शादी का कारक ग्रह माना जाता है। यदि शुक्र के अस्त होने की स्थिति में शादी कर ली जाए, तो वैवाहिक जीवन में परेशानी पेश आती है। लिहाजा शुक्र के अस्त होने के समय देश भर में हिंदू समाज में शादियां वर्जित होती हैं।
उन्होंने बताया कि शास्त्रानुसार इस अवधि में विवाह पूरी तरह से वर्जित है, लेकिन कुछ नवरात्र, शिवरात्रि और अक्ष्य तृतीया ऐसे अविजित मुहूर्त हैं, जिनमें सभी शुभ कार्य किए जा सकते हैं, लेकिन विवाह की दृष्टि से सूर्य और गुरू अस्त होने पर विवाह नहीं होने चाहिए। शास्त्रानुसार तो अक्षय तृतीय पर भी विवाह नहीं हो सकते। बाकी कुछ लोग इसे अविजित मुहूर्त मानकर विवाह कर लेते हैं।
पहला विवाह मुहूर्त 11 जुलाई को
नवम्बर महीने में होंगी सबसे ज्यादा शादियां, शुक्र के उदय होने के बाद इस साल अगला पहला विवाह मुहूर्त 11 जुलाई को है, जबकि साल का आखिरी शुभ मुहूर्त 11 दिसम्बर को होगा। इस बीच नवम्बर महीने में शादी के सबसे ज्यादा मुहूर्त निकल रहे हैं और नवम्बर में 15 दिन शादी के शुभ मुहूर्त हैं।
विवाह के शुभ मुहूर्त की तिथियां 2024
- जुलाई – 11, 12, 14, 19, 20, 21, 22,23, 27,31
- अगस्त – 5, 6, 7, 8, 11, 13, 19, 23, 24,26, 27, 28
- सितम्बर- 4, 7,8, 9,10, 11, 12, 13, 14
- अक्टूबर – 3, 6, 7, 11, 12, 20, 21,26, 27,28
- नवम्बर – 3, 4, 6,8, 9, 10,14, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 26, 27
- दिसम्बर – 5, 6, 7, 11
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