acn18.com उत्तर प्रदेश/ उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट पर सियासी चर्चा तेज हो गई है। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस की ओर से अभी तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गई है। जबकि कांग्रेस की चुनाव समिति के सदस्यों ने अंतिम फैसला लेते हुए कांग्रेस नेतृत्व से अनुरोध किया है कि अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को ही चुनाव मैदान में उतारा जाए। खबर के अनुसार, इन दोनों सीटों पर किसे उतारा जाएगा? इसका फैसला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी पर छोड़ दिया गया है।अब इस बात को लेकर और कोई बैठक नहीं होगी। चुनाव समिति की बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और चेयरपर्सन सोनिया गांधी भी मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने अभी इस मुद्दे पर अपनी राय साफ नहीं की है। ऐसे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस चुनाव समिति के सदस्यों की बात मानते हुए यूपी की इन दोनों सीटों से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनाव मैदान में उतार सकती है। अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट पर 20 मई को मतदान होना है। जबकि यहां से नामांकन भरने की अंतिम तारीख तीन मई है।
वायनाड में मतदान के बाद तेज हो गई अमेठी और रायबरेली की चर्चा
राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट से पर्चा भरा था। 26 अप्रैल को वायनाड लोकसभा सीट पर मतदान भी संपन्न हो चुका है। ऐसे में पार्टी के भीतर यह मांग तेज हो गई है कि अमेठी और रायबरेली से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को उतारा जाए। बीते 25 अप्रैल को भी उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट पर राहुल और प्रियंका को चुनावी मैदान में उतारने को पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग कहा था। शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं का कहना था कि अमेठी और रायबरेली सीटों पर न लड़ने से ये संकेत जाएगा कि हिंदी भाषी इलाके में कांग्रेस ने बीजेपी के आगे हथियार डाल दिए।
कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय ने जनता के हवाले से उठाई थी मांग
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं और केंद्र में सरकार बनाने में इस राज्य की भूमिका अहम होती है। उन्होंने आगे कहा था, “कांग्रेस कार्यकर्ता, रायबरेली और अमेठी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के दूसरे हिस्सों की जनता अपने दोनों हाथ जोड़कर निवेदन कर रही है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हर हाल में चुनाव लड़ना ही चाहिए।”
वहीं बिजनेस स्टैंडर्ट में छपी खबर के अनुसार मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा “आने वाले कुछ दिनों में इन दोनों सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी। आपको कुछ और दिन का इंतजार करना होगा। उम्मीदवारों के नाम जब जनता की तरफ से मेरे पाए आएंगे तो मैं नोटिफिकेशन पर साइन करूंगा और फिर नामों की घोषणा कर दी जाएगी।”
पहली बार चुनावी मैदान में उतरेंगी प्रियंका गांधी वाड्रा
राहुल गांधी ने पहली बार साल 2004 में अमेठी से चुनाव लड़ा था। इसके बाद उन्होंने लगातार तीन बार यहां से जीत दर्ज की। 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा। इसमें राहुल वायनाड से तो चुनाव जीत गए, लेकिन अमेठी में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने उन्हें मात दे दी थी। जबकि कांग्रेस अगर प्रियंका गांधी वाड्रा को रायबरेली से चुनावी रण में उतारती है तो ये उनका पहला चुनावी मुकाबला होगा। इस सीट से सोनिया गांधी सांसद रही हैं, लेकिन उनके राज्यसभा से होते हुए संसद पहुंचने के बाद अब ये सीट खाली हो गई है।
17 बार रायबरेली लोकसभा सीट जीत चुकी है कांग्रेस
साल 1951 से लेकर अब तक कांग्रेस 17 बार रायबरेली सीट पर जीत दर्ज कर चुकी है। सबसे पहले फिरोज गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद तीन बार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी यहां से सांसद चुनी गईं। साल 1977 में जनता पार्टी के नेता राज नायारण ने इंदिरा गांधी को इस सीट से हरा दिया। इसके बाद दो बार साल 1996 और साल 1998 में बीजेपी ने भी इस सीट पर जीत दर्ज की।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहली बार 1999 में उत्तर प्रदेश की अमेठी और कर्नाटक की बेल्लारी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होंने बेल्लारी सीट से इस्तीफ़ा दे दिया था। अमेठी लोकसभा सीट से सोनिया गांधी के पति और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी चार बार सांसद रहे थे। साल 2004 में सोनिया ने अमेठी सीट अपने बेटे राहुल गांधी के लिए छोड़ दी और खुद रायबरेली से चुनाव लड़ा था।