acn18.com कोरबा / कोरबा जिले के दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जल्दी बिजली की व्यवस्था कराई जा रही है। सौर ऊर्जा से इन केंद्रों में रोशनी की सुविधा होगी। इसके लिए जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही है।
यह बात सही है कि छत्तीसगढ़ के बड़े हिस्से के लिए कोरबा से बिजली का उत्पादन होता है। लेकिन सच् यह भी है कि अभिभाजित मध्य प्रदेश से लेकर कोरबा की अलग जिला बनने के बावजूद कई ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की पहुंच नहीं हो पाई है। परंपरागत तौर तरीके से लोग रोशनी का इंतजाम कर पा रहे हैं। बिजली की सुविधा नहीं होने से ऐसे क्षेत्रों में कई प्रकार की समस्याएं पेश आ रहे हैं। कोरबा जिले के ऐसे ही दो प्राथमिक स्वास्थ्य केदो का भी मामला है जहां पर बिजली है ही नहीं क्योंकि आसपास में भी सुविधा देने के लिए अधो संरचना का कोई इंतजाम हुआ ही नहीं है। इसके कारण स्वास्थ्य केदो में कामकाज का संपादन करना काफी मुश्किल हो गया है इस बात को ध्यान में रखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे स्थान पर सौर ऊर्जा की व्यवस्था से बिजली देना सुनिश्चित किया है।
छत्तीसगढ़ में सौर ऊर्जा के विकल्पों पर काम करने के लिए अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है जो स्वतंत्र इकाई के रूप में काम कर रहा है। बिजली विहीन क्षेत्र में सौर ऊर्जा से संबंधित कामकाज किया जा रहा है और इसके माध्यम से सरकारी भवनों के साथ-साथ लोगों को बिजली की सुविधा दी जा रही है