acn18.com कोरबा/ छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में उच्च अंक लाने के साथ कोरबा जिले में टॉप करने वाले शशांक पांडे को इस बात की चिंता है कि उसकी आगे की पढ़ाई कैसे होगी। मेडिकल क्षेत्र में जाने की इच्छा रखने वाले शशांक ने कोचिंग और अन्य व्यवस्था के लिए सरकार से मांग की लेकिन कुछ नहीं हो सका। इस मामले में पिछली और वर्तमान सरकार का रुख एक जैसा बना हुआ है।
बालकों के सेक्टर 5 में निवासरत और सुरक्षा के काम से जुड़े राम बिहारी पांडे ने बताया कि शशांक के पिता का निधन कुछ समय पहले हो गया है। उसकी जिम्मेदारी अब हमारी है। छात्र ने बोर्ड परीक्षा अच्छे अंकों से पास की है। उसकी रुचि मेडिकल क्षेत्र में जाने की है लेकिन इसके लिए हमारे पास आर्थिक संसाधन नहीं है। इसलिए शशांक को ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है
सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहे पांडे ने बताया कि पिछली कांग्रेस की सरकार ने हमारी कोई मदद नहीं की और वर्तमान सरकार का रवैया भी कुछ ऐसा ही है।
छात्र शशांक ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने कारण समस्याएं सामने हैं। आगे बहुत कुछ बनने का इरादा है लेकिन धन की कमी से बहुत ज्यादा हो नहीं पा रहा है।
सर्वहारा वर्ग के लिए सरकार के द्वारा कई प्रकार की योजनाएं चलाई जाती हैं और इस बारे में लगातार ढोल भी पीटा जाता है। विद्यार्थियों को सफलता मिलने पर पिछले वर्षों में सरकार ने हवाई यात्रा भी कराई है और कई प्रकार की सुविधा भी दिलाने का काम किया है। सामान्य वर्ग से आने वाले और आर्थिक रूप से बेहद कमजोर शशांक पांडे के मामले में यह बात ज्यादा मायने रखती है कि वह होनहार है। इसलिए छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार को इस दिशा में संवेदनशीलता के साथ विचार करते हुए उचित कार्रवाई भी करना चाहिए।