acn18.com बिलासपुर । बाजार में रसीले तरबूज की बहार आ गई है। ठेले के अलावा स्थायी फल दुकानों में तरबूज सज गया है। गर्मी बढ़ने की वजह से ग्राहकी होने लगी है। यह गर्मी में राहत देता है। गला तरबतर हो जाता है। अभी ज्यादा आवक शिवनारायण से हो रही है। महानदी के तट पर बड़ी संख्या में लोग इसकी खेती करते हैं। यह सीजन का फल है। गर्मी में इसकी आवक होती है। लोगों को इसका इंतजार भी रहता है। अब जब आवक होने लगी तो ग्राहकी भी नजर आ रही है।
शिवरीनारायण के तरबूज स्वाद में अतभुत
शहरवासियों के लिए तरबूज बेहद खास होता है। शिवरीनारायण के तरबूज का स्वाद तरोताजा कर देता है। भीषण गर्मी से इससे निपटने की ताकत भी मिलती है। गर्मी के सीजन में फलों की खास डिमांड रहती है। जिनमें सबसे प्रमुख रसीले कलिंदर (तरबूज) फल है। सभी को चिलचिलाती गर्मी से राहत देते हुए गले को तर कर देता है। महानदी के तट पर होने वाला यह फल कुछ ज्यादा ही खास रहता है। जांजगीर-चांपा जिले के धार्मिक स्थल शिवरीनारायण महानदी के किनारे बसा है।
गर्मी आते ही फल तैयार
इस नदी की खास बात यह है कि इसके तट किनारे होने वाले फलों का स्वाद ही कुछ अलग रहता है। यहां पर सबसे ज्यादा तरबूज व खरबूजा का उत्पादन होता है। उनका आकार भी बड़ा रहता है और इन्हें खास बनाता है इनका स्वाद। शिवरीनारायण की खरबूजा व तरबूज की सबसे ज्यादा डिमांड बिलासपुर में रहती है। जैसे ही गर्मी आते ही यह फल तैयार होता है और अन्य शहर भेजने के साथ बड़ी मात्रा में इसे बिलासपुर भेजा जाता है। पर्याप्त आवक होने के कारण शहर के सभी प्रमुख बाजार बृहस्पति, शनिचरी, बुधवारी बाजार में तरबूज फल नजर आ रहे हैं। धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने लगी है। ऐसी स्थिति में लोग तरबूज को खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं। पूरे गर्मी में लोग इसी का स्वाद चखने पर भरोसा रखते हैं। शिवनारायण के अलावा नागपुर, अंबिकापुर व महासमुंद के तरबूज बाजार में नजर आने लगे हैं।
शहर से बाहर पूछपरख
शिवरीनारायण के तरबूज और खरबूजा बिलासपुर या छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों में ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी खूब पसंद किया जाता है। सच तो यह है कि वहां के बाजार में तरबूज की आवाक शुरू होने का इंतजार रहता है। इसकी मिठास की पहचान मुंबई में भी है। यहां से बड़ी मात्रा में खरबूजा व तरबूज मुंबई, नासिक, शहडोल, भोपाल, जबलपुर भुवनेश्वर आदि बड़े शहरों में भेजा जा रहा है।
25 से 30 रुपये किलो बिक रहा
शहर के बाजारों के अलावा ठेले में फलों की बिक्री करने वाले तरबूज को 25 से 30 रुपये किलो में बेच रहे हैं। यह कीमत आम लोगों की बजट में होने के कारण सभी वर्ग इसकी खरीदारी कर रहा है। खासकर अभिभावक बच्चों को इस फल को खिलाने में जरा भी परहेज नहीं करते। कहते है कि मौसमी फलों के खाने से सेहत अच्छा रहता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
तरबूज खाने के ये हैं फायदे
शरीर में नमी बनाए रखने में मदद करता है। 45 कैलोरी, विटामिन सी और विटामिन ए होता है। वजन घटाने में कारगर, किडनी के लिए फायदेमंद है, ब्लड शुगर मैनेजमेंट में लिए सहयोगी, कार्डियोवैस्कुलर रोगों को रोकने में मदद करता है । अस्थमा की गंभीरता को कम करता है । दांतों की समस्याओं को कम करता है। नसों के कामकाज के लिए अच्छा है।