acn18.com कोरबा/ होली के मौके पर मौज मस्ती करने के लिए लोग काफी उत्सुक रहते हैं। इस दौरान काफी समय तक रंग गुलाल का उपयोग उनके द्वारा किया जाता है। हर्बल सामग्री सबके लिए सुरक्षित हो सकती है लेकिन रंगों में कई प्रकार के केमिकल भी मिले होते हैं जो लोगों की त्वचा के लिए हानिकारक होते हैं। चिकित्सकों ने बताया कि लोग इस प्रकार के दुष्प्रभाव से बचने के लिए होली खेलने से पहले प्रतिदिन उपयोग में आने वाले तेल का उपयोग कर सकते हैं। ऐसा करने से उनकी त्वचा नुकसान से बच सकती है।
नीला, पीला, हरा ,गुलाबी । और ना जाने कौन कौन से रंग होली के अवसर पर लोग उपयोग में लेते हैं और इसके जरिए एक दूसरे को रंगीन कर देते हैं। रंग गुलाल का उपयोग करना एक सीमा में सुरक्षित हो सकता है लेकिन अति उत्साह के चक्कर में इस प्रकार के सामानों में अब केमिकल का इस्तेमाल भी होने लगा है जो रंगों को चटक तो करता है लेकिन लोगों की त्वचा को नुकसान पहुंचता है। ऐसी स्थिति में होली खेलने का मजा कुछ देर के बाद लोगों के लिए परेशानी का कारण बन जाता है और वह कई प्रकार की समस्याओं से घिर जाते हैं। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में एलर्जी डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर विनोद खांडेकर ने बताया कि होली पर रंग गुलाल खेलने के कारण मसला कितना गंभीर हुआ है, यह त्वचा पर होने वाले लक्षण से स्पष्ट होता है। इस दौरान त्वचा में लालिमा हो सकती है या फिर खुजली से संबंधित परेशानियां आ सकती हैं
डॉक्टर खांडेकर ने बताया कि रंग गुलाल में जब कोई स्ट्रांग केमिकल का मिश्रण होता है तो इस प्रकार की परिस्थितियों उत्पन्न होती हैं ऐसे दुष्प्रभाव से बचने के लिए जरूरी है कि लोग होली खेलने से पहले अपने शरीर पर तेल लिया क्रीम लगाए। त्वचा को को ढकना भी काफी सुरक्षित विकल्प हो सकता है।
इस प्रकार के तौर तरीकों का उपयोग करने पर आपकी होली अच्छी हो सकती है । उम्मीद करना होगा कि इस खबर के माध्यम से लोग होली मनाने के दौरान डॉक्टर के द्वारा दी गई एडवाइज को ध्यान में रखेंगे और होली खेलेंगे ताकि बाद में उन्हें शिकवा शिकायत का मौका ना मिले।