acn18.com कोरबा /गर्मी के मौसम की दस्तक कोरबा क्षेत्र में हो चुकी है और बाजार में उन संसाधनों की बिक्री में धीरे-धीरे गति आ रही है जो ठंडक देने का काम करते हैं। इसी कड़ी में खस की चटाई का कारोबार भी जोर पकड़ रहा है। महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के लोग इस कारोबार में शामिल है जिन्होंने अपनी उपस्थिति कोरबा जिले में दर्ज कराई है। वे बताते है कि इस बारे खस का सामान कुछ महंगा मिलेगा।
पावर हाउस रोड, घंटाघर चौक और एमपी नगर रोड में खस कारोबारी का कैंप पिछले 10 दिन से लगा हुआ है। यह लोग लगभग दो दशक से कोरबा में गर्मी के सीजन में आते रहे हैं। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के गोंदिया और अमरावती जिले के रहने वाले इन लोगों का पुश्तैनी कारोबार खस की पैदावार करने के साथ उसकी चटाई बनाने से लेकर बेचने का है। वर्ष के कुछ महीने यह लोग खेती पर ध्यान देते हैं और उसके बाद खस कारोबार में आगे बढ़ते हैं। गर्मी के सीजन में कलर को ठंडा रखने के लिए खस की जरूरत होती है। तकनीकी रूप से दक्ष महाराष्ट्र के पुश्तैनी लोग इसकी चटाई तैयार करने के साथ लोगों को सुविधा देते हैं। कोरबा मैं इस वर्ष भी उनकी पहुंच हुई है। बातचीत में उन्होंने बताया कि कई कारण से महंगाई बड़ी हुई है इसलिए इस बार लोगों को थोड़ी ज्यादा कीमत देनी होगी।बताया जाता है कि खस की पैदावार के लिए बहुत ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं होती। गर्म जलवायु वाले इलाके में इसका उत्पादन काफी अच्छा होता है। घास की शक्ल में होने वाली खास उत्पादक वर्ग को एक एकड़ में 65000 तक की आमदनी दे देती है। कई प्रकार की चुनौतियों के कारण खास का उत्पादन करने वाले लोगों को दूसरे काम भी करने पड रहे हैं