Acn18.com/मवेशियों का जीवन कुल मिलाकर इंसानों की संवेदनशीलता और अपने प्रति उदार भावना पर टिका हुआ है । सहानुभूति रखने वाला वर्ग उनकी सुविधा का ख्याल रखना है और समय-समय पर अपनी तरफ से उनके खान-पान की व्यवस्था भी करता है । कई प्रकार की सामाजिक मान्यताएं भी इस मामले में मवेशियों का संरक्षण करने को लेकर मजबूती के साथ स्थापित हैं। इन सबसे अलग हटकर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में यहां वहां विचरण करने वाले मवेशियों को एक बेहतर स्थान देने के उद्देश्य से गौठानों की परिकल्पना की गई और उसे शुरू कराया गया। दावे की गई थी कि यहां पर न केवल मवेशियों को रखा जाएगा बल्कि उन्हें उचित पैमाने पर चारा पानी दिया जाएगा और समय बाद कार्यक्रम के अंतर्गत उपचार भी उपलब्ध कराया जाएगा। इस दौरान कई कारणों से गावठानों की बदहाली का सिलसिला शुरू हो गया। अब हालात और ज्यादा बदतर हो रहे हैं। कोरबा के गौकुल नगर गौठान में चारा पानी की कमी और कुत्तों के हमले के कारण पांच मवेशियों हाल में ही मृत्यु को प्राप्त हो गई । यहां के नए केयरटेकर राकेश कुमार ने बताया कि मृत मवेशियों के शव अभी यहां पर पड़े हुए हैं। उन्हें ले जाने के लिए जानकारी दी गई है लेकिन हुआ कुछ नहीं
गौठान में 5 दिन में पांच मवेशियों की मौत,चारा पानी की कमी और कुत्ते का हमला बना प्रमुख कारण
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