acn18.comकोरबा/लोगों कुछ सुविधा देने के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों में नगर पालिका निगम के द्वारा बनाए गए सामुदायिक भवन अपनी उपयोगिता साबित कर रहे हैं जबकि कई क्षेत्रों में उदासीनता के कारण ऐसे भवनों पर अवैध कब्जा हो रहा है। नगर निगम में एमआईसी सदस्य के वार्ड संख्या 26 में इसी प्रकार का मामला सामने आया है। लोगों का आरोप है कि अवैध कब्जा को रोकने के लिए ना तो कोशिश हो रही है और उल्टे दूसरे लोगों को सलाह दी जा रही है कि वह अपने काम से मतलब रखें।
कोरबा नगर के मुड़ापार वार्ड के अंतर्गत नगर निगम ने लगभग 20 लाख की लागत से पिछले वर्षों में सामुदायिक भवन का निर्माण सप्ताहिक बाजार के पास कराया है। विभिन्न सार्वजनिक कार्यक्रम के आयोजन और लोगों को सहूलियत देने के उद्देश्य से इस योजना पर काम किया गया। बीते वर्षों में काफी लोगों ने इसका लाभ लिया है लेकिन पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि धीरे-धीरे सरकारी धनराशि से बने हुए सामुदायिक भवन पर कुछ लोगों की गिद्ध नजर घड़ी है और वह धीरे-धीरे यहां अवैध कब्जा कर रहे हैं। इस प्रकार की गतिविधियों के कारण सामुदायिक भवन की उपयोगिता सुनिश्चित होने में खतरे पैदा हो रहे हैं। स्थिति यह है कि जहां तहां टूटफूट के नजारे मौजूद है। इससे भी सामस्या पेश आ रही है। वार्ड की नागरिक प्रियंका चौहान ने बताया कि अवैध कब्जा को रोकने के लिए कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। लंबे समय से इसकी साफ सफाई को लेकर भी रुचि नहीं ली जा रही है।
इसी इलाके में रहने वाले राजेंद्र सिंह ने इस बात पर आपत्ति जताई है कि जब नगर निगम ने सार्वजनिक प्रयोजन से सामुदायिक भवन बनाया है तो आखिर इस पर कौन से नियम के अंतर्गत अवैध कब्जा हो रहा है और निगम के अधिकारी मौन क्यों है। सरकारी भवन को हथियाना कोशिश लगातार हो रही है ऐसे में गलत संदेश जा रहे हैं वार्ड क्रमांक 26 में रहने वाले लोगों ने अपने इलाके के सामुदायिक भवन की दुर्दशा और उसे हड़पने के लिए चल रहे प्रयासों के बारे में नगर निगम आयुक्त के साथ-साथ कलेक्टर का ध्यान आकर्षित कराया है। लोग चाहते हैं कि जल्द ही सामुदायिक भवन को बेहतर करने के साथ-साथ इस उपयोगी बनाया जाए ताकि अवैध कब्जा करने वाले लोग भविष्य में इसका रजिस्ट्रीकरण अपने नाम पर ना कर सके।