रायपुर। राजनांदगांव जिले की लोक कलाकार व गायिका पूनम तिवारी और दुर्ग जिले की अंतरराष्ट्रीय पंडवानी गायिका समप्रिया पूजा निषाद की उपलब्धि से प्रदेश गौरवान्वित हुआ है। संस्कृति मंत्रालय द्वारा पूनम तिवारी को संगीत नाटक अकादमी और समप्रिया को उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से अलंकृत किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कलाकारों को बधाई देते हुए कहा है- स्थानीय लोककला और पंडवानी के प्रचार-प्रसार के लिए आपके द्वारा किए गए भागीरथी प्रयास सराहनीय हैं।
30 वर्ष तक हबीब तनवीर के नाटकों में काम किया पूनम ने लोक कलाकार पूनम तिवारी आठ वर्ष की उम्र से मंचीय कार्यक्रम देने लगी थीं। मां के साथ नाचा प्रोग्राम में जाती थीं। लोक कलाकार के तौर पर उनकी परवरिश दाऊ मंदराजी, रामलाल और मदन कुमार जैसे कलाकारों के बीच हुई। दुर्ग में प्रोग्राम देते वक्त नाट्य सम्राट हबीब तनवीर की नजर इनकी कलाकारी पर पड़ी और उन्होंने पूनम को नया थिएटर ग्रुप में जोड़ लिया। पूनम ने लगभग 30 वर्ष तक हबीब तनवीर के साथ काम किया। चरणदास चोर, मिट्टी की गाड़ी, मोर नांव दामाद गांव के नांव ससुराल, आगरा बाजार, हीरमा की अमर कहानी, बहादुर कलारिन, देख रहे हैं नैन, मुद्राराक्षस, साजापुर की शांतिबाई जैसे अनेक चर्चित नाटकों में अभिनय किया। इन नाटकों का मंचन भारत के अलावा लंदन, पेरिस, जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन, रूस, बांग्लादेश, मिश्र, शिकागो में भी किया गया। उनके अभिनेता पति दीपक तिवारी की लकवे से मौत हो चुकी है। उनके लोक कलाकार बेटे सूरज विराट की वर्ष 2019 में हृदय रोग से मौत हो चुकी है। इसके बाद वे आर्थिक परेशानी से जूझ रही हैं। बेटे की मौत पर उन्होंने ‘चोला माटी के हे राम, एखर का भरोसा’ लोकगीत गायन कर पुत्र को अंतिम विदाई दी थी। यह घटना खूब चर्चा में रही थी।यह जानकार अत्यधिक खुशी हुई: समप्रियादुर्ग जिले के जामुल की निवासी पंडवानी गायिका समप्रिया पूजा निषाद ने पुरस्कार के लिए चयन पर इंटरनेट मीडिया पर लिखा- यह जानकार अत्यधिक खुशी हुई है। इसके लिए संगीत नाटक अकादमी की ह्रदय से आभार हूं।