acn18.com कोरबा / साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड गेवरा क्षेत्र की गेवरा माइंस में बुधवार को सुबह हुए हादसे में जांजगीर चांपा जिले के निवासी ट्रक चालक हीरा राठौर की मौत हो गई। उसे दूसरे वाहन ने अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना के विरोध में कर्मचारी और अन्य लोगों ने संबंधित क्षेत्र में नारेबाजी की। उनकी मांग है कि मृतक के परिवार को पर्याप्त मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खदान कोरबा जिले के गेवरा में संचालित हो रही है जहां से अब 72 लाख टन कोयला 1 वर्ष में उत्पादन करने की योजना बनाई गई है। कंपनी ने इसी इरादे से भारी भरकम संसाधन के साथ दूसरे व्यवस्थाएं गेवरा माइंस में कर रखी है। कोयला उत्पादन मैं बढ़ोतरी के दबाव के बीच लगातार हादसे हो रहे हैं और इनमें कर्मचारियों की जान जा रही है। देवरा माइंस में रुंगटा फिश पर एक वाहन की चपेट में आने से दूसरे वाहन का चालक हीरा राठौर आ गया और उसकी मौत हो गई। पृथक के परिजन ने बताया कि उन्हें एक्सीडेंट की जानकारी दी गई थी वास्तव में क्या हुआ इस बारे में उन्हें पता नहीं है। वे चाहते हैं कि मृतक के परिवार को मुआवजा के साथ एक सदस्य को नौकरी भी दी जानी चाहिए
गेवरा माइंस में हुए हादसे को लेकर निजी कंपनी के कर्मचारियों के अलावा अन्य लोगों ने विरोध दर्ज कराते हुए संबंधित क्षेत्र में रैली निकाली और नारेबाजी की। कोयला खदानों में सुरक्षा व्यवस्था करने के बावजूद आए दिन हो रहे हादसे चिंता का कारण बने हुए हैं। शायद इसीलिए डायरेक्टर जनरल ऑफ माइंस सेफ्टी प्रभात कुमार ने पिछले दिनों गेवरा विजिट के दौरान मीडिया से चर्चा में कहा था कि खदानों में जो काम हो रहा है वह प्रकृति के विरुद्ध है। ऐसी स्थिति में सुरक्षा के मसले को लेकर कभी भी संतुष्ट नहीं हुआ जा सकता। इन सब के बीच गेवरा माइंस में जो हादसा हुआ है और जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई है उसे लेकर एस स्तर पर जांच होगी इसकी संभावना बनी हुई है
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