acn18.com कोरबा/ 8 फीट लंबा अजगर नहर में फंस गया। मछली पकड़ने के लिए डाले गए जाल में अजगर ऐसा उलझा कि वह उसमें से तीन दिन तक निकल नहीं पाया। जिसे बचाने के लिए रेस्क्यू टीम का सहारा लेना पड़ा
कोरबा जिले की जीवन दायिनी हसदेव नदी से निकल कर नहर में पिछले तीन दिनों से एक विशाल काय अजगर मछली के जाल में फसा हुआ था, ज़िंदगी और मौत से लड़ रहा अजगर पूरी तरह थक गया था, जब मछली पकड़ने वालों की नजर उस पर पड़ी तो उसे निकालने का प्रयास शुरू किया पर जैसे ही साप के पास जाते साप पानी के अन्दर चला जाता और लोग ये सोच कर हिम्मत नहीं कर पाते की पानी के अन्दर कहीं अजगर ने जकड़ लिया तो मौत निश्चित हैं। यही नहीं नहर का तेज प्रवाह कही बहा न ले जाए इस खतरे को देखते हुए रेस्क्यू टीम को बुलाना ज्यादा बेहतर समझा गया। वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेंद्र सारथी को सूचना दिया गया थोड़ी देर पश्चात सारथी रूमगरा नहर पहुंचे और रेस्क्यू शुरू किया गया।जिस वक्त रेस्क्यू चल रहा उस वक्त अजगर नहीं दिखाई दे रहा तो ऐसा लग रहा था वो छूट कर भाग गया होगा फिर थोड़ी देर बाद अजगर ने पानी के उपरी सतह पर अपना सर बाहर निकाला फिर लगातार हमला करने लगा इस बात से अनजान की उसको ही बचाया जा रहा हैं । उसको नहर से बाहर निकाला गया और नहर के ऊपर लाकर एक एक कर बड़ी सावधानी से मछली के जाल को लोगों की मदद से काटा गया, दो घण्टे की कड़ी मेहनत आखीरकार रंग लाई अजगर को आजाद कर जंगल में छोड़ दिया गया।
जितेंद्र सारथी ने बताया कि यह रेस्क्यू मेरे जीवन का सब से खतरनाक रेस्क्यू था पर आम जनों के जज्बे को देख कर मुझे हिम्मत मिली और हम नहर को पार करते हुए अजगर को बचाने में कामयाब हुए। हमसे अगर एक भी गलती हुई होती हम मुसीबत में पड़ गए होते ।खैर एक मुसीबत में फंसे बेजुबान को ज़िंदगी देने में हम कामयाब हुए यह हमारी सब से बड़ी उपलब्धि हैं।