acn18.com कोरबा – झगरहा बाईपास मार्ग पर नकटीखार के समीप हुए हादसे में सड़क किनारे खड़े चार पहिया को ठोकर मार राखड़ लोड हाइवा टोयोटा शोरूम के सर्विस सेंटर के पास यार्ड में जा घुसा। चालक के केबिन में फसने की खबर के बाद फौरी तौर पर पुलिस ने राहत कार्य शुरू कराया। इस दौरान चालक को सुरक्षित निकाल लिया गया।
कोरबा चाम्पा मार्ग पर रिंग रोड में यह हादसा हुआ। खबर के अनुसार हाइवा वाहन राखड़ लेकर अपने गंतव्य को जा रहा था। टोयोटा कार के शोरूम के पास एक वाहन के अचानक सामने आ जाने से स्थिति बिगड़ गई। घटना को टालने के लिए हाइवा चालक ने कोशिश की। इसके नतीजन वाहन बेकाबू होकर शोरूम के यार्ड में घुस गया। उसका चालक केबिन में फसकर रह गया। इसके साथ मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। जानकारी होने पर सिविल लाइन पुलिस, नगर सेना की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और चालक बबलू को हाइड्रा की मदद से निकाला गया । सिविल लाइन थाना प्रभारी मृत्युंजय पांडे ने बताया कि घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।
सुप्रीम कोर्ट के द्वारा वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने और हादसों में कमी लाने के इरादे से पिछले वर्षों में सभी सरकारों को निर्देशित किया गया था कि भारी वाहनों और यात्री वाहनों में अनिवार्य रूप से जीपीएस व स्पीड गवर्नर लगाए जाएं। निश्चित समय सीमा पर इस काम को करने के साथ निगरानी करने के लिए भी कहां गया था। इन सब के बावजूद अनेक स्थानों पर अभी भी इस प्रकार के सिस्टम के बिना ही वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं और इस चक्कर में लगातार घटनाएं हो रही है। ऐसे में इस बात की पुष्टि नहीं हो पा रही है कि दुर्घटनाग्रस्त वाहन उसे समय कितनी गति से सड़क पर दौड़ रहे थे। परिवहन विभाग और यातायात पुलिस को इस तरफ विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। स्वाभाविक है कि जब तक सरकारी तंत्र नींद में होगा ट्रांसपोर्टरस और उनके कर्मचारियों की मनमानी जारी रहेगी