ACN18.COM कोरबा / कोरबा में अनाथ आदिवासी बालक को एक शिक्षक ने गोद ले लिया है। गरीब बच्चे को शिक्षित करने के लिए उन्होंने बीड़ा उठा लिया है। स्कूल से करीब 3 किलोमीटर दूर गांव में रहने वाले मासूम के पास आने जाने के लिए कोई साधन नहीं था। इस जानकारी मिलने के बाद से ही शिक्षक हर रोज बच्चे को घर से स्कूल लाना ले जाना करते है।
इस मासूम बच्चे का नाम शिवम कंवर है। शिवम कोरबा ब्लॉक के भटगांव में संचालित शासकीय प्राथमिक स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ाई करता है। पिता के गुजरने के बाद स्कूल की डगर शिवम के लिए आसान नही थी।मां दिनभर काम करती तो शाम को घर में चूल्हा जलता। गरीबी शिवम के शिक्षा में बड़ा रोड़ा बन गई थी। वही स्कूल भी करीब तीन किलोमीटर दूर भटगांव में था। मगर नए शिक्षा सत्र में भटगांव के शिक्षक किरण शंकर को सर्वे के दौरान शिवम कंवर का पता चला। जिसके पिता नहीं थे और गरीबी को वजह से शिक्षा से दूर था। शिक्षक शंकर किरण ने बच्चे के घर वालो से बात की और 5वी तक की पढ़ाई करने के लिए शिवम को गोद ले लिया।
शिवम का स्कूल में दाखिला तो हो गया लेकिन नवाडीह से भटगांव की दूरी करीब 3 किलोमीटर है ऐसे में हर रोज स्कूल पहुंचना चुनौती था मगर शिक्षक शंकर किरण ने इसका भी रास्ता निकाल लिया। शंकर रोज आधे घंटे पहले घर से निकल जाते है ,शिवम को उसके घर से रिसीव करते है और वापसी में घर छोड़ते है। स्कूल खुलने के बाद से ही ये सिलसिला चल रहा है। शिक्षक की इस पहल की वजह से शिवम को नया गार्जियन तो मिला ही है अब घर की परिस्थिति भी पढ़ाई के लिए रुकावट नहीं बन रही है।
भटगांव का शासकीय प्राथमिक स्कूल आदर्श स्कूल है। क्यों कि यहां पदस्थ शिक्षकों ने नवाचार कर स्कूल की तस्वीर बदल डाली है। शिक्षक शंकर किरण ने अनाथ बच्चे को गोद लेकर शैक्षणिक व्यवस्था को और मजबूत करने का प्रयास किया है। शिक्षक के इस पहल की इलाके में खूब चर्चा है।