acn18.com कटघोरा/ वर्तमान में वनमण्डल कटघोरा में 49 हाथी भिन्न-भिन्न दलों में विचरण कर रहे है जिनमें से 19 हाथी पसान रेंज के सेमरहा परिसर में, 29 हाथी केंदई परिक्षेत्र के कोरबी परिसर में तथा एक लोनर टस्कर हाथी कोरबी परिसर के ओडारबहरा में विचरण कर रहा है। दिनांक 07.11.2023 की रात्रि को एक हाथी वन परिक्षेत्र केंदई के सखोदा परिसर से हसदेव सुरजपुर वनमण्डल के रामेश्वरनगर परिसर मे चला गया है ।
नदी को पार करते हुए एक लोनर हाथी जो कि ओडारबहरा में विचरण कर रहा है जिसे स्थानीय लोग प्यार से खेसारीलाल तथा कबराकान भी पुकराते है, विगत दो-तीन दिनो से लंगडकर चल रहा था जिसकी सूचना स्थानीय स्टॉफो द्वारा तत्काल वरिष्ठ कार्यालय को दी । वरिष्ठ कार्यालय से डॉक्टर चंदन जो कि विगत 20 वर्षो से वन्यजीवो का उपचार कर रहे है को तत्काल हाथी के इलाज के लिए भेजा गया।
डॉ. चंदन के आगमन के उपरांत तत्काल वन विभाग की टीम हाथी को ट्रेक करने में लग गया । एवं ड्रोन की मदद से हाथी को ट्रैक किया गया। लोनर हाथी को देखकर डॉ. चंदन ने बताया कि हाथियो के आपसी द्वंद की वजह से हाथी के दाहिने वाले अगले पैर में सूजन आ गया है, जिससे चलने में लंगडाहट हो रही है। इसके पश्चात् डॉ. चंदन एवं स्थानीय स्टॉफो ने गुड़ में मिलाकर दवाई हाथी को खिलाया तदोपरांत कुछ समय बाद हाथी के चाल में सुधार आ गया ।
इस कार्यवाही के दौरान वनमण्डलाधिकारी श्री कुमार निशांत, उपवनमण्डलाधिकारी श्री संजय त्रिपाठी मौके पर उपस्थित रहे एवं समय-समय पर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक वन्यप्राणी श्री सुधीर अग्रवाल घटनाक्रम का जायजा लेते रहे। इस कार्यवाही में वनरक्षक श्री अशोक श्रीवास एवं वनरक्षक श्री नागेन्द्रभूषण जायसवाल एवं स्थानीय स्टॉफो ने मुख्य भुमिका निभाया। .
दो वर्ष पहले भी यह हाथी हुआ था घायल – यह लोनर टस्कर हाथी (खेसारीलाल / कबराकान) दो वर्ष पूर्व में भी घायल हुआ था। जिसका उपचार स्थानीय स्टाफो ने पशु चिकित्सक की मदद से किया था । उपचार उपरांत स्वस्थ होकर अपने दल में मिल गया था ।