कोरबा। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ट्रामा सेंटर में सुरक्षा की पोल एक बार फिर खुल गई। बीते 4 दिनों से भर्ती मरीज व रिटायर्ड शिक्षक रहस्यमय ढंग से लापता हो गया। इसकी भनक लगने पर परिजन लगातार खोजबीन कर रहे हैं, लेकिन घंटों बाद भी उसका सुराग नहीं मिल रहा।
बताया जा रहा है कि हरदी बाजार में बसंत डिक्सेना 75 वर्ष निवास करते हैं। वे रिटायर्ड शिक्षक है। परिजनों ने तबीयत खराब होने पर रिटायर्ड शिक्षक को इलाज के लिए 21 अक्टूबर को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल कराया। ट्रामा सेंटर के बेड नंबर तीन में रख उनका उपचार किया जा रहा था। उनकी देखरेख के लिए पत्नी चंदाबाई भी साथ में थी। प्रतिदिन की तरह सोमवार की रात पति-पत्नी सो रहे थे। जब पत्नी की आधी रात नींद खुली, तो रिटायर्ड शिक्षक गायब मिला। जिसकी जानकारी उन्होंने अपने परिजनों को दी । खबर मिलते ही परिजन भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बुजुर्ग की तलाश शुरू की। वे चौक चौराहे सहित अन्य स्थानों में पतासाजी करते रहे, लेकिन सुबह होने तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है। उनके हाथ में निडिल व सिरिंज लगा हुआ है। रिटायर्ड शिक्षक के अचानक लापता हो जाने से पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। वही परिजन भी हलाकान है। घटना को लेकर अन्य मरीज भी सख्ते में नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि ट्रामा सेंटर में शाम ढलने के बाद सुरक्षा कर्मी का कोई इंतजाम नहीं होता। यहां तैनात सुरक्षाकर्मी सुबह होने के बाद ही नजर आते हैं। यदि सुरक्षा कर्मी ड्यूटी में मौजूद होता, तो निश्चित तौर पर बुजुर्ग को अस्पताल से बाहर जाते समय रोका जा सकता था।
सिक्योरिटी इंचार्ज ने सख्त लहजे में दी थी चेतावनी
बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुरक्षा के लिए एक निजी सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारी तैनात रहते हैं । रात करीब 9 बजे सुपरवाइजर एक सुरक्षाकर्मी के साथ ट्रामा सेंटर पहुंचा। इस दौरान मरीज और उसकी पत्नी बेड में मौजूद थे। जिसे लेकर सुपरवाइजर ने उनकी पत्नी को दूसरे बेड में चले जाने की बात कही। उसने सख्त लहजे में चेतावनी दी थी।