Acn18.com/कोरबा जिले में हाथियों के उत्पात की समस्या कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। 2 हाथियों के टकराव के कारण कोरबा बरपाली मार्ग पर डेढ़ घंटे तक आवागमन बाधित रहा। दोनों दिशाओं में लोग डरे सहमे खड़े रहे। बाद में वन कर्मियों ने मोर्चा संभाला और सड़क को हाथियों से मुक्त कराया।
धरमजयगढ़ वनमंडल से 31 हाथियों का झुंड कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज के जिल्गा बरपाली में आने के बाद दो नर हाथियों के बीच सड़क के बीच संघर्ष शुरू हो गया। ग्रामीणों ने हाथियों की तेज चिंघाड़ सुनी तो वे वहां पर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। सूचना मिलने पर वन विभाग के अफसर दौड़े दौड़े मार्ग पर पहुंचे और दोनों मार्ग को आनन फानन में बंद कराया गया। बाद में वन अमले की टीम ने सायरन बजाकर किसी तरह मार्ग को बहाल किया। इस दौरान कोरबा- बरपाली – जिल्गा मार्ग लगभग डेढ़ घंटे तक बाधित रहा। हाथियों के उत्पात से जनधन की हानि ना हो, इसके लिए अधिकारी दलबल संहित मौके पर पहुंचे और दोनों दिशा पर अस्थाई बैरियर लगाकर वाहनों को रोक दिया गया। इसके बाद वन अमले की टीम व हाथी मित्र दल की टीम सायरन वाली गाड़ी लेकर मौके पर पहुंचे और घंटों मशक्कत के बाद सुबह लगभग 11:30 बजे किसी तरह हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा जिसके बाद पुनः कोरबा से जिल्गा बरपाली मार्ग को बहाल किया गया।
बताया गया कि हाथी ग्रामीणों के खेतो ंमें लगी धान की फसल को चौपट कर रहे हैं। धरमजगगढ़ से पहुंचे हाथियों क झुंड ने क्षेत्र के 9 किसानों की फसल को चौपट कर दिया है।
कुदमुरा रेंज के अंतर्गत कलमीटिकरा परिसर के कक्ष क्रमांक पी-1111 में हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है। झुंड में 31 हाथी शामिल हैं। जिसमें 9 नर, 14 मादा व 8 शावक हैं।
हाथियों के इस झुंड ने ग्राम कलमीटिकरा में 5 और बरपाली में 4 किसानों की फसल को चौपट किया है। क्षेत्र में हाथियों के विचरण को लेकर ग्रामीणों में दहशत है।