Acn18.com/कांकेर, भानुप्रतापपुर से करीब 30 किमी की दूरी पर लोहत्तर पहाड़ी है। इसी पहाड़ी के ऊपर है सोनादई का मंदिर । करीब 300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है ये मंदिर । मंदिर के पास ही एक प्राचीन गुफा है। जिसमें सोने का खंबा मौजूद है।
इस मंदिर के पास ही पुरातन काल की एक गुफा मौजूद है। इस गुफा में करीब 50 फीट अंदर पानी का एक कुंड है। कहते हैं, इस कुंड में हर वक्त अथाह पानी भरा रहता है। स्थानीय लोग इस कुंड को चमत्कारी मानते हैं। यहां सदियों से सूरज की रोशनी का एक कतरा भी नहीं पहुंचा है, लेकिन इसके पानी में कई तरह के जीव-जंतुओं का बसेरा है। कुंड से जुड़ी सबसे दिलचस्प बात ये है कि लोग इसमें सोने का एक विशाल खंबा होने की बात कहते हैं।
लोगों का ये भी कहना है कि यहां रहने वालीं मछलियां जब खंबे से खुद को रगड़ती हैं, तो सोने के कणकुंड के पानी में मिल जाते हैं और फिर वो पास ही बहने वाली नदी और नालों तक भी पहुंच जाते हैं। आज यहां रहने वाले सोनझरिया परिवार कई पुश्तों से यहां मिट्टी से सोना छानकर बाज़ार में उसे बेचने का काम करते हैं। जल कुंड में सोने का खंबा होने की बात तो सब करते हैं, लेकिन आज तक किसी ने उस खंबे को देखा नहीं है । लेकिन यहां के पानी में सोना ज़रूर है, नहीं तो सोनझरिया परिवारों के हाथ आखिर कहां से आता सोना?