Acn18.com/महिलाओं के ख्याल को रखने के साथ राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई महतारी एक्सप्रेस 102 की सुविधा का कोरबा जिले में भगवान ही मालिक है। जरूरतमंद महिलाओं को चाह कर भी यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। कमांड सेंटर में ना तो फोन उठ रहे हैं और स्थानीय कर्मचारी विकल्प के अभाव में सेवा देने के मामले में लाचार हैं।
महिलाओं से जुड़ी हुई सुविधाओं को लेकर कई प्रकार के दावे सरकार कर रही है और लगातार कई योजनाएं लांच कर रही हैं। लेकिन यह देखने की जरूरत नहीं समझी आ रही है की जमीन पर योजनाओं का संचालन किस तरह से हो रहा है और संबंधित वर्ग को कितना फायदा मिल रहा है। 102 महतारी एक्सप्रेस का कोरबा जिले में हाल कुछ ऐसा ही है। विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं के मामले में इस सुविधा को शुरू किया गया है। प्रसव पूर्व और प्रसव पश्चात सुविधा देने की नीति इस योजना में शामिल है। लेकिन महिलाओं की शिकायत है कि सिर्फ ढोल पीटे जा रहे है। वास्तविकता का हिस्सा कोई लेना देना नहीं है। कुसमुंडा क्षेत्र के वैशाली नगर में रहने वाली शारदा ने कुछ इसी तरह की जानकारी मीडिया से साझा की। उसने बताया कि बेटी के प्रसव के बाद फिर से अस्पताल का मूह देखना पड़ा है। वही घर जाने के लिए 102 महतारी एक्सप्रेस नही मिल पा रही है।
सरकार के द्वारा संचालित की जा रही इस तरह की सुविधाओं का कमांड स्वतंत्र एजेंसी के जिम्मे है। सुविधा प्राप्त करने के लिए लोगों को 102 पर डायल करना होता है खबर के मुताबिक कमांड सेंटर पर लोगों के कॉल रिसीव नहीं हो रहे हैं और इसके चक्कर में स्थान इस तरह से कर्मचारी किसी भी जगह पर वहां ले जाने को तैयार नहीं है। इस समस्या का समाधान करने के बारे में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को गंभीरता दिखानी चाहिए