Acn18.com/कोलकाता की फर्जी कंपनी के यूरेनियम स्कैम में फंसे कारोबारी ने अंबिकापुर के एक होटल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह व्यवसायी का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। कमरे से 2 पन्नों का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, शहर के बौरीपारा के रहने वाले व्यवसायी गुरू जायसवाल (61) बाबूपारा स्थित मातृका श्री होटल में ठहरे हुए थे। उन्होंने बुधवार दोपहर करीब ढाई बजे होटल का कमरा बुक किया था। उन्होंने रात के खाने का ऑर्डर नहीं दिया, न तो कमरे में जाने के बाद वे एक बार भी बाहर निकले थे।
बुधवार दोपहर से अपने कमरे से नहीं निकले थे कारोबारी
गुरुवार सुबह साफ-सफाई के लिए होटल के कर्मचारियों ने कमरा खुलवाने की कोशिश की, तो किसी ने अंदर से जवाब नहीं दिया। काफी खटखटाने के बाद भी जब व्यवसायी ने रूम नहीं खोला, तो किसी अनहोनी की आशंका से होटल मैनेजर ने डायल 112 को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस टीम होटल में पहुंची और कमरे का दरवाजा खोला, तो अंदर व्यवसायी का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। सूचना पर परिजन और रिश्तेदार मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पंचनामा के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
कमरे से 2 पन्नों का सुसाइड नोट बरामद
पुलिस को जांच में कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है। मृत व्यवसायी के भतीजे अविनाश जायसवाल ने बताया कि गुरु जायसवाल कोलकाता की किसी कंपनी के स्कैम में फंस गए थे। करीब 2 साल पहले कंपनी ने उन्हें झांसा दिया था कि कंपनी को यूरेनियम का स्टॉक मिला है, जो वे निकालकर परिशोधित करेंगे। इस यूरेनियम को भारत सरकार ले लेगी, इसके बदले कंपनी को करोड़ों रुपये मिलेगा।
स्कैम में गवाएं 2 करोड़ रुपए
इसमें निवेश करने वाले को कम समय में निवेशित राशि का कई गुना फायदा होगा। गुरू जायसवाल इस कंपनी के स्कैम में फंस गए और उन्होंने करीब 2 करोड़ रुपये कंपनी में लगा दिए। व्यवसायी गुरु जायसवाल ने अन्य लोगों को भी कंपनी के स्कीम के बारे में जानकारी दी, तो राजेश जायसवाल ने कंपनी में 25 लाख और अन्य लोगों ने भी लाखों रुपये लगा दिए।
करीब एक साल पहले उन्होंने कंपनी से राशि वापस मांगी, तो कंपनी ने उन्हें रिजर्व बैंक का 2000 करोड़ रुपए का फर्जी चेक भी भेज दिया। बैंक में संपर्क करने पर पता चला कि ऐसा कोई चेक जारी नहीं होता, तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ। वे कोलकाता भी गए, लेकिन स्कैम करने वाली फर्जी कंपनी का पता नहीं चला।
एक साल पहले भी आत्महत्या की कोशिश
कोलकाता से वापस लौटने के बाद व्यवसायी गुरू जायसवाल ने हाथ की नस काटकर आत्महत्या की कोशिश भी की थी। परिजनों ने उन्हें शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जिससे उनकी जान बच गई थी। फर्जी कंपनी में निवेश के कारण वे लाखों रुपये के कर्ज में भी डूब गए थे।
अन्य निवेशक बना रहे थे दबाव
मृतक के भतीजे अविनाश जायसवाल ने बताया कि ठगी के शिकार अन्य निवेशक गुरू जायसवाल को इसका जिम्मेदार मान रहे थे। एक निवेशक ने उनके गोदाम पर कब्जा कर लिया था और उसकी रजिस्ट्री का दबाव बना रहे थे। अन्य निवेशक भी उनसे राशि वापस मांग रहे थे। इसके कारण वे तनाव में थे। इसका जिक्र उन्होंने सुसाइड नोट में भी किया है। पुलिस को एक फर्जी चेक भी मिला है।
फर्जी चेक और सुसाइड नोट बरामद
कोतवाली पुलिस के जांच अधिकारी ASI अभिषेक पांडेय ने बताया कि पुलिस ने दो पन्नों का सुसाइड नोट बरामद किया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने बताया कि कारोबारी यहां अपनी पत्नी के साथ रहते थे। उनकी इकलौती बेटी की शादी वाराणसी में हुई है, जो अभी पति के साथ बैंगलुरू में रहती है।