Acn18.com/सुन्नी मुस्लिम जमात ने मरकजी सीरत कमेटी के पदाधिकारी को भंग कर दिया गया है। साथ ही समाज के लोगों से कहां गया है कि वह ईद मिलादुन्नबी कार्यक्रम के नाम पर अपात्र व्यक्तियों को चंदा बिल्कुल ना दे। 29 या 30 सितंबर को ईद मिलादुन्नबी का जुलूस केवल सुन्नी मुस्लिम जमात के द्वारा ही निकाला जाएगा।
तिलक भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुन्नी मुस्लिम जमात के अध्यक्ष हाजी अखलाक खान ने पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ईद मिलादुन्नबी के सिलसिले में 11 अगस्त को एक बैठक रखी गई थी जिसमें मिर्जा आशिफ के द्वारा अध्यक्ष सहित अन्य लोगों से अभद्र व्यवहार कर हाथापाई की गई। सम्बंधित मरकजी सीरत कमेटी को हमने भंग कर दिया है।
बताया गया कि इस वर्ष ईद मिलादुन्नबी का जुलूस 29 सितंबर को सुन्नी मुस्लिम जमात के द्वारा ही निकाला जाएगा। समाज के लोगों से कहा गया है कि वह अनाधिकृत लोगों को चंदा बिल्कुल ना दे।
बताया गया कि समाज में विद्वेष फैलाने के लिए कुछ लोगों के द्वारा मिलते जुलते नाम से संगठन बनाकर उसका पंजीयन कराया गया, जिसे पहले से पंजीकृत संस्था की ओर से चुनौती दी गई। पंजीकरण और समिति के पास इस बारे में शिकायत करने पर वहां से 15 दिन के भीतर नाम बदलने का आदेश दिया गया और अन्य स्थिति में इनके निरस्तीकरण का आदेश दे दिया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुन्नी मुस्लिम जमात के पदाधिकारी उपस्थित थे।