Acn18.com/लंबे अरसे बाद में वेतन से संबंधित विसंगतियां दूर नहीं होने से नाराज लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ ने कामकाज छोड़कर बागी तेवर अपना लिए हैं। तानसेन चौराहे पर यह संगठन धरना देने के साथ अपनी बात सरकार तक पहुंचने में जुटा हुआ है। संगठन ने प्रदर्शन के अंतर्गत रैली भी निकाली और प्रशासन के अधिकारी को ज्ञापन सोपा।
विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आने के बीच सरकारी कर्मचारी के संगठनों को लंबित मांगों की याद आने लगी है और वह सरकार पर दबाव बनाने में जुट गए हैं। छत्तीसगढ़ लिपिक वर्गी कर्मचारी संघ के द्वारा वेतन विसंगति सहित कई अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। इससे पहले संगठन ने पत्र के माध्यम से अधिकारियों को सूचित किया और फिर नियत तिथि को धरना दिया। लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय पदाधिकारी जगदीश खरे ने बताया कि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की समस्याएं बनी हुई है जो छत्तीसगढ़ बनने के बाद भी दूर नहीं हो सकी।
प्रशासन की ओर से एक अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर कर्मचारी संगठन से उनकी मांगों का ज्ञापन प्राप्त किया और इसे आगे भेजने की बात कही।
लिपिक कर्मचारी संगठन ने कहां है कि अगर समय रहते उनकी जायज और लंबित मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले चुनाव में पूरा हिसाब-किताब चुकता किया जाएगा।