Acn18.com/स्वतंत्रता दिवस के दिन अमेरिका में आजादी का जश्न मनाया जा रहा है और यह जश्न भी छत्तीसगढ़िया अंदाज में मनाया गया। छत्तीसगढ़ के रहने वाले NRI ग्रुप NACHA के सदस्य छत्तीसगढ़ी संस्कृति में अमेरिका की सड़कों पर भी निकले।
आजादी का जश्न पूरा भारत मना रहा है। भारत से दूर विदेश की धरती पर रहने वाले भारतीय भी इस जश्न काे मना रहे हैं। छत्तीसगढ़ के रहने वाले NRI ग्रुप NACHA (नॉर्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन) के सदस्यों ने भी पूरे जोश में स्वतंत्रता दिवस मनाया।
छत्तीसगढ़ की आदिम संस्कृति की झलक शिकागो की सड़कों पर दिखी। वहां आयोजित इंडिया डे परेड में बस्तर में पहने जाने वाले सींग वाले मुकुट में छत्तीसगढ़ के NRI दिखाई दिए। क्रूजर बाइक इंडियन पर बैठकर रैली निकाली और शिकागो की सड़कें भारत माता की जय के नारों से गूंजी।
ग्रुप के अध्यक्ष गणेश कर ने बताया कि इस बार पहली बार युनाइटेड स्टेट अमेरिका में छत्तीसगढ़िया आदिम संस्कृति को इस तरह से पेश किया गया है। वहां हमने विदेशियों को बस्तर और यहां की संस्कृतियों, प्राकृतिक सौंदर्य के बारे में भी बताया।
अमेरिका के शिकागो में इंडिया डे परेड के दौरान भारत की समृद्ध आदिवासी सामुदायिक संस्कृतियों का प्रदर्शन किया गया। भारतीय गीतों पर नाचते-गाते NRI ने स्वतंत्रता दिवस मनाया। इंडियन कम्युनिटी आउटरीच द्वारा आयोजित परेड में नाचा के सदस्य शामिल थे।
अमेरिकी नागरिकों ने भी जब छत्तीसगढ़ के इन समुहों को रंग बिरंगे परिधान, मांदर, छत्तीसगढ़ी लुगरा में महिलाओं को देखा तो उत्साहित दिखे। नाचा उत्तरी अमेरिका में छत्तीसगढ़ियों का एसोसिएशन है। ये 19 देशों में सक्रिय है, जहां-जहां छत्तीसगढ़ के लोग रहते हैं।
कैलिफोर्निया, यूके, डेट्रॉइट और टोरंटो में भी 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस से जुड़े कार्यक्रमाें में छत्तीसगढ़ के लोग भाग ले रहे हैं। इन लोगों ने बताय कि विदेशों में छत्तीसगढ़ की कला और सांस्कृतिक विरासत का प्रचार करना हमारा मकसद है। विदेशों में छत्तीसगढ़िया अंदाज तैयार करने में दुर्ग जिले के लोक कलाकार रिखी क्षत्रिय ने खास मदद भी की।
वहीं अमेरिका में भी छत्तीसगढ़ की संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए नाचा संस्था काम कर रही है. नॉर्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन एक ऐसी संस्था है, जो छत्तीसगढ़ के लोगों द्वारा बनाई गई है. इस संस्था का संचालन अमेरिका में रहने वाले छत्तीसगढ़ के लोग कर रहे हैं.
भारत के बाहर छत्तीसगढ़ की विरासत और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए नाचा की शुरुआत 2017 में शिकागो में हुई थी। पिछले चार-5 वर्षों में यह एक अंतरराष्ट्रीय संस्था बन चुकी है। कई देशों और शहरों में इसकी शाखाएं हैं। यह संस्था राज्य को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर छत्तीसगढ़ समुदाय का समर्थन करने के लिए कई कार्यक्रमों की मेजबानी करती है।
छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति को विदेश में पहचान दिलाने में उत्तरी अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (नाचा) बड़ी भूमिका निभा रहा है। यह संगठन अब 18 देशों तक पहुंच चुका है। पांच वर्ष पहले कुछ सदस्यों द्वारा नाचा का गठन किया गया था, जो कि अब वैश्विक रूप लेते जा रहा है। इस संस्था में 4000 छत्तीसगढ़ के ऐसे युवा अपने परिवारों के साथ जुड़े हैं, जो कि विदेश में बस चुके हैं और छत्तीसगढ़ को विभिन्न आयोजनों के माध्यम से पहचान दिला रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की झांकी में छत्तीसगढ़ की परंपरा और कला-संस्कृति को प्रदर्शित किया जा रहा है। यह झांकी हर वर्ष शिकागो में निकाली जा रही है। पिछले कुछ वर्ष से टोरंटो, कैलिफोर्निया,कनाडा में भी झांकी निकाली जा रही है। छत्तीसगढ़ के बस्तर आर्ट को विदेश में पहचान दिलाने के लिए विभिन्न् कार्यक्रमों में बस्तर आर्ट को स्मृति चिन्ह के रूप में प्रदान किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ी भाषा को विश्व पटल पर पहचान दिलाने के लिए 36 कोस प्रोजेक्ट शुरू किया गया है।