Acn18.com/देश के 508 रेलवे स्टेशनों की तस्वीर बदलने वाली है,जिनमें छत्तीसगढ़ के भी 7 स्टेशन शामिल हैं लेकिन दूसरी तरफ रेल प्रबंधन मुसाफिरों की कड़ी परीक्षा ले रहा है। एक तरफ दर्जनों ट्रेनें आए दिन मेंटेनेंस के नाम पर अचानक कैंसिल कर दी जा रही है वहीं पटरी पर दौड़ती ट्रेनों का स्टेशन में समय-बे-समय पहुंचने का सिलसिला जारी है। ट्रेनों की लेटलतीफी और रद्द होने से यात्री परेशान हैं। प्रदेश से होकर गुजरने वाली मेल और बरौनी गोंडवाना और वैनगंगा जैसी ट्रेनें रविवार को कई घंटों देरी से चली। इंटरसिटी एक्सप्रेस का भी बुरा हाल रहा। उत्तर भारत की ओर जाने वाली गोंदिया बरौनी एक्सप्रेस अपने तय समय से लगभग 6 घंटे देरी से चली। यही हाल हावड़ा मुंबई सुपरफास्ट मेल का रहा ये लगभग 4 घंटे देरी से चली। हजरत निजामुद्दीन से रायगढ़ तक चलने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस भी ढाई घंटे की देरी से चली है। इधर मेंटेनेंस के चलते कई ट्रेनों को रद्द भी कर दिया गया है।
रायपुर रेलवे स्टेशन में ट्रेन का इंतजार करती फरजाना खान ने बताया कि उनकी ट्रेने 1 घंटे से ज्यादा लेट है और कई ट्रेनें रद्द भी कर दी गई है, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है, उन्होनें कहा कि स्टेशनों को हाईटेक बनाना सही है लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही यात्रियों को सर्विसेस भी मिलनी चाहिए। इसलिए पहले ट्रेनों को रेगुलर और उनकी टाइमिंग सही करना ज्यादा जरूरी है। इसी तरह यात्री रामसिंह का कहना है कि बहुत सारी ट्रेनें रद्द हैं और जो चल रही हैं उनकी भी टाइमिंग सही नहीं है। सुबह साढ़े 10 बजे की ट्रेन का टाइमिंग डेढ़ बजे बजे बता रहा है। इसी तरह स्टेशन में प्रभा ने बताया कि उनकी ट्रेन पहले कभी लेट नहीं हुई लेकिन आज वो भी एक घंटे से स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही है वहीं आलेख शेट्टी ने बताया कि ट्रेनों का 1 से डेढ़ घंटा लेट होना तो अब सामान्य सा लगने लगा है क्योंकि ट्रेनों की टाइमिंग ही इस तरह की हो गई है कि हर ट्रेन कम से कम 1 से डेढ़ घंटे लेट है, जिसे सुधारना जरूरी है।
– 06 से 09 अगस्त तक बिलासपुर और रायगढ़ से चलने वाली 08738/08737 बिलासपुर- रायगढ़ – बिलासपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल ।
– 06 से 09 अगस्त तक रायपुर चलने वाली 08746 रायपुर-गेवरा रोड मेमू पैसेंजर स्पेशल ।
– 07 से 10 अगस्त तक गेवरा रोड चलने वाली 08745 गेवरा रोड-रायपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल ।
– 06 से 09 अगस्त तक रायपुर और दुर्ग चलने वाली 08701/08702 रायपुर- दुर्ग-रायपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल
– 06 से 09 अगस्त तक रायपुर चलने वाली 08729 रायपुर डोगरगढ़ मेमू पैसेंजर स्पेशल
– 07 से 10 अगस्त तक डोगरगढ़ चलने वाली 08730 डोगरगढ़ रायपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल
– 06 से 09 अगस्त, 2023 तक गोंदिया एवं कटंगी चलने वाली 07805/07806 गोंदिया- कटंगी- गोंदिया डेमू पैसेंजर स्पेशल
– 06 से 09 अगस्त तक गोंदिया चलने वाली 07809 गोंदिया -कटंगी पैसेंजर स्पेशल
– 07 से 10 अगस्त तक कटंगी चलने वाली 07810 कटंगी-गोंदिया पैसेंजर स्पेशल ।
– 06 से 09 अगस्त तक बिलासपुर और शहडोल चलने वाली 08740/08739 बिलासपुर- शहडोल-बिलासपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल ।
– 06 से 09 अगस्त, 2023 तक इतवारी और बालाघाट चलने वाली 08714/08715 इतवारी-बालाघाट-इतवारी मेमू पैसेंजर स्पेशल गोंदिया और बालाघाट के बीच रद्द रहेगी
इन ट्रेनों का परिचालन भी रहेगा प्रभावित
– 04 अगस्त से 26 अगस्त तक गाड़ी संख्या 11751 रीवा-चिरिमिरी एक्सप्रेस और गाड़ी संख्या 11752 चिरिमिरी-रीवा एक्सप्रेस रद्द रहेगी |
– 02 अगस्त से 25 अगस्त तक गाड़ी संख्या 18247 बिलासपुर-रीवा एक्सप्रेस और गाड़ी संख्या 18248 रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
12 अगस्त से 27 अगस्त तक गाड़ी संख्या 11265 जबलपुर-अम्बिकापुर एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 11266 अम्बिकापुर-जबलपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी|
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने PM मोदी को लिखा पत्र
ट्रेनों की लगातार लेटलतीफी और अचानक रद्द किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में ट्रेनों के निरस्त और विलंब से चलने के कारण प्रदेशवासियों को हो रही परेशानी का जिक्र किया गया है।
मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में लिखा है कि रेलवे द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के कभी भी बड़ी संख्या में यात्री ट्रेनों को निरस्त करने की सूचना जारी कर दी जाती है निरस्त ट्रेनें कब तक निरस्त रहेगी, इसकी भी जानकारी यात्रियों को नहीं दी जाती। यात्री ट्रेनों की निरस्ती के अलावा ट्रेनों के देरी से चलने की वजह से भी यात्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होनें अपने पत्र में लिखा कि मैंने पहले भी रेल मंत्री को भी कई बार पर यात्री ट्रेनों के सुचारू परिचालन के लिए ध्यान आकर्षित कराया गया, लेकिन उससे स्थिति में कोई सुधार दिखाई नहीं दे रहा है। पीएम मोदी को लिख पत्र में कहा है कि ट्रेनों के इस तरह असामान्य संचालन से छात्रों, तीर्थयात्रियों, मरीजों, रोजगार के लिये राज्य में आने वाले व्यक्तियों, व्यवसायियों, श्रमिकों और परीक्षार्थियों के कई पूर्व निर्धारित कार्याे का सम्पादन संभव नहीं हो पा रहा है। राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी धीरे-धीरे इसका प्रभाव दिखने लगा है। लम्बी अवधि से ट्रेनों के निरस्त होने और विलम्ब से चलने के कारण राज्यवासियों में आक्रोश व्याप्त है। जिससे सरकार और रेल्वे की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगने लगे हैं।
राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण छत्तीसगढ़ में ट्रेनों का घनत्व राष्ट्रीय औसत से बहुत कम है और दूरस्थ अंचलों में रहने वाले लोगों के लिये यात्री ट्रेनें ही आवागमन का एकमात्र सुलभ साधन है। देश के अन्य किसी भी राज्य में यात्री ट्रेनों के संचालन संबंधी इतनी अव्यवस्थायें संभवतः नहीं होगी। सीएम ने लिखा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अनुरोध है कि आपके स्तर से रेलवे मंत्रालय को राज्य की यात्री ट्रेनों के पूर्ववत सुचारू परिचालन सुनिश्चित करने के निर्देश देने का कष्ट करें ताकि राज्यवासियों को हो रही समस्याओं का अंत हो और उनके आक्रोश को शांत किया जा सके ।