Acn18.com/40 वर्ष पहले जमीन अर्जित करने के बाद रोजगार और बची हुई जमीन की क्षतिपूर्ति को लेकर आंदोलन कर रहे एनटीपीसी के भू विस्थापित अब सही दांवपेच अपना रहे है। अपनी जमीन पर काबिज होने का ऐलान करने और आगे कदम बढ़ाने के बाद एनटीपीसी प्रबंधन के साथ-साथ प्रशासन हरकत में आ गया। इस मामले में अगले बुधवार को कटघोरा में एसडीएम के साथ दोनों पक्षों की बैठक होगी। तब तक के लिए विस्थापितों को धरना नहीं करने के लिए कहा गया है।
चारपारा क्षेत्र के 50 से अधिक विस्थापित लोग अपनी समस्याओं को लेकर कोरबा के तानसेन चौराहे पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। 22 अप्रैल से उन्होंने अपने प्रदर्शन की शुरुआत की और समस्या का समाधान करने की मांग की। अलग-अलग स्तर पर इस दिशा में दबाव बनाने पर भी कोई परिणाम सामने नहीं आए। जिसके बाद विस्थापितों ने अपनी जमीन पर काबिज होने का ऐलान किया और एनटीपीसी पहुंच गए। उनके इस पैतरे से अधिकारी सक्ते में आ गए। किसी तरह लोगों को समझाइश दी गई। इसलिए उन्होंने अगले कदम उठाने के निर्णय को फिलहाल बंद कर दिया है।
मामले की जानकारी होने पर पुलिस बल यहां तैनात किया गया ताकि किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति निर्मित ना होने पाए। थाना प्रभारी चमन सिन्हा ने बताया कि बुधवार को एसडीएम कार्यालय कटघोरा में बैठक होगी और उसी में आगे निर्णय लिए जाएंगे।
दर्री के तहसीलदार राजेंद्र भारत ने बताया कि विस्थापितों को बुधवार के दिन होने वाली बैठक के बारे में जानकारी दी गई है। उन्हें अपने मसले के बारे में पूरी जानकारी एसडीएम को देनी होगी ताकि समाधान हो सके।
अलग-अलग स्तर पर पत्राचार रैली धरना और प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अब भूमि स्थापित नए मोर्चे की तरफ बढ़ रहे हैं । अबकी बार इस मामले में एसडीएम विस्थापितों की समस्या को लेकर एनटीपीसी से भी पूछताछ करेगा। इंतजार है इस बात का है कि बुधवार की बैठक में किस प्रकार के निर्णय सामने आते हैं।