हॉस्टल में शराबखोरी, निलंबन की गिरी गाज:प्री मैट्रिक आदिवासी छात्रावास का वॉर्डन समेत 2 निलंबित, रोजगार सहायक को कारण बताओ नोटिस

Acn18.com/गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले के ग्राम पंचायत कोरजा में प्री मैट्रिक आदिवासी हॉस्टल में शराबखोरी करने वाले वॉर्डन उत्तरा दिवाकर और आकस्मिक निधि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दिनेश कोरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है।

हॉस्टल के अधीक्षक उत्तरा दिवाकर और रोजगार सहायक रेवा लाल सोनवानी के ऊपर बच्चों के हॉस्टल में घुसकर उनके सामने शराब पीने का आरोप लगा है। छात्रावास संचालन में अनियमितता बरतने और अनधिकृत रूप से छात्रावास में प्रवेश करने पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास डॉ ललित शुक्ला ने हॉस्टल अधीक्षक और एक अन्य कर्मचारी को निलंबित किया।

प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास कोरजा विकासखंड गौरेला के प्रभारी छात्रावास अधीक्षक उत्तरा दिवाकर 1 अगस्त को रोजगार सहायक और अन्य साथियों के साथ शराब पीते हुए पाए गए थे। अनियमितता की शिकायत पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ललित शुक्ला जांच के लिए हॉस्टल भी पहुंचे थे। यहां जांच में उन्होंने शिकायत को सही पाया। इसके बाद निलंबन की कार्रवाई की गई है।

जारी आदेश में कहा गया है कि हॉस्टल अधीक्षक का व्यवहार छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के विपरीत पाया गया है, इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में उत्तरा दिवाकर का मुख्यालय कार्यालय विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी गौरेला रहेगा। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।

इसी तरह आदिवासी बालक आश्रम पंडरीपानी का कर्मचारी दिनेश कोरी प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास कोरजा में अनधिकृत प्रवेश का दोषी पाया गया। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर उसे भी निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में दिनेश कोरी का मुख्यालय कार्यालय मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत गौरेला रहेगा। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।

आदिवासी परियोजना अधिकारी डॉ ललित शुक्ला से चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि इस मामले में जांच के बाद दो लोगों को निलंबित कर दिया गया है। थाना प्रभारी सौरभ सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने पर जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं जनपद पंचायत गौरेला सीईओ एच एन खुटेल ने बताया कि छात्रावास में शराबखोरी करने वाले कोरजा गांव के रोजगार सहायक रेवा लाल सोनवानी को फिलहाल कोरजा गांव के प्रभार से हटा दिया गया है, साथ ही उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जवाब आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

ये है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, गौरेला के ग्राम पंचायत कोरजा के प्री मैट्रिक आदिवासी हॉस्टल में आसपास के गांवों के कई बच्चे रहते हैं, लेकिन अब यहां के हॉस्टल वॉर्डन उत्तरा दिवाकर और रोजगार सहायक रेवा लाल सोनवानी के ऊपर गंभीर आरोप लग रहे हैं। उपसरपंच अभय कुमार वर्मा ने बताया कि दोनों बच्चों के सामने ही शराब पीते हैं, जिससे उन पर बुरा असर पड़ता है। माता-पिता ने बच्चों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए हॉस्टल में भेजा है, लेकिन वॉर्डन और रोजगार सहायक के कारण यहां का माहौल खराब हो रहा है।

उपसरपंच अभय कुमार वर्मा ने बताया कि उन्हें हॉस्टल में शराबखोरी की गोपनीय जानकारी मिली थी, जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे। यहां उन्होंने शराब पीते हुए हॉस्टल अधीक्षक और रोजगार सहायक को रंगे हाथों पकड़ा। तब दोनों ने कहा कि हां हमने शराब पी है, जो करना है कर लो। तब उन्होंने इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की।

सूचना पर तुरंत एक्शन लेते हुए सहायक आयुक्त ललित शुक्ला और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। यहां जांच करने पर हॉस्टल अधीक्षक और रोजगार सहायक दोनों शराब के नशे में धुत मिले। साथ ही मौके पर महुआ शराब के साथ चखने के तौर पर चना, प्याज, पापड़ और अंडा भी मिला। अधिकारियों ने भी शराब पीते हुए हॉस्टल अधीक्षक और रोजगार सहायक को रंगे हाथों पकड़ा।

अधिकारियों की पूछताछ में दोनों ने शराब पीने की बात मानी। इसी बीच रोजगार सहायक रेवा लाल सोनवानी ने अपने कुछ साथियों को बुला लिया। ये सभी योजना आयुक्त ललित शुक्ला के सामने उपसरपंच अभय कुमार वर्मा से गालीगलौज करने लगे, तब अधिकारी ने डांट कर सभी को हॉस्टल से बाहर कर दिया। लेकिन इस बीच मंगलवार रात को शराब पीने वाले कई और साथी हॉस्टल में पहुंच गए और गालीगलौज करने लगे। हालात बिगड़ता देख उपसरपंच ने गौरेला थाना पुलिस को घटना की सूचना दी थी। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और तत्काल हालात को संभाला। पुलिस ने बच्चों से भी पूछताछ की है। बच्चों ने बताया कि वार्डन सर अपने दोस्तों के साथ हमेशा यहां शराब पीते हैं।