Acn18.com/आज सावन महीने के तीसरा सोमवार है। उज्जैन का महाकाल मंदिर भगवान शिव के जयकारों से गूंज उठा। भस्म आरती के लिए रात 12 बजे से भक्त मंदिर पहुंच चुके थे। तड़के 2:30 बजे महाकाल मंदिर के पट खोलने के पश्चात भगवान को भस्म चढ़ाई गई। पंचामृत, अभिषेक पूजन कर भांग, चंदन से राजा स्वरूप दिव्य श्रृंगार किया गया। इसके बाद आरती की गई। भस्म आरती में बड़ी संख्या में बिना परमिशन वाले भक्तों ने चलित भस्म आरती व्यवस्था से दर्शन किए।
सावन के तीसरे सोमवार दो लाख से ज्यादा भक्तों के उज्जैन पहुंचने की उम्मीद है। अल सुबह भस्म आरती में भगवान महाकाल पहला पूजन किया गया। पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का जलाभिषेक कर दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से बने पंचामृत से बाबा का पूजन किया।
हरि ओम जल चढ़ाकर कपूर आरती के बाद भांग, चंदन, अबीर के साथ महाकाल ने मस्तक पर ऊँ चंद्र और त्रिपुंड अर्पित कर राजा स्वरूप में श्रृंगार किया गया। श्रृंगार पूरा होने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्मी रमाई गई। आखिरी में भगवान की विशेष भस्म आरती की गई। 4 जुलाई मंगलवार से सावन महीने की शुरूआत हुई।
महाकाल के दर्शन करने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 2 बजे उज्जैन पहुंचेंगे। दर्शन के बाद पाली का पूजन कर शाम 4 बजे निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी में शामिल होंगे। सीएम शाम 7 बजे उज्जैन से इंदौर के लिए रवाना होंगे।
गरुड़ पर सवार होगी भगवान शिव तांडव की प्रतिमा
श्री महाकालेश्वर मंदिर से सोमवार शाम चार बजे बाबा महाकाल की तीसरी सवारी निकाली जाएगी। इस दौरान चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर मनमहेश की प्रतिमा के अलावा गरुड़ पर सवार भगवान शिव तांडव की प्रतिमा भी रथ पर होगी। मंदिर परिसर में भगवान की प्रतिमा व गरुड़ प्रतिमा को श्रृंगारित करने के साथ ही रथ पर रंग-रोगन किया गया। भगवान महाकाल की सवारी के साथ प्रत्येक सोमवार को नया स्वरूप की प्रतिमा प्रजा को दर्शन देने शामिल होती है। इस बार सावन महीने में अधिकमास होने से भगवान महाकाल की शाही सवारी के साथ ही 10 सवारियां निकलेंगी।
इतनी सवारियां निकाली जाएंगी
- तीसरी सवारी: 24 जुलाई 2023
- चौथी सवारी: 31 जुलाई 2023
- पांचवी सवारी: 7 अगस्त 2023
- छठी सवारी: 14 अगस्त 2023
- सातवीं सवारी: 21 अगस्त 2023
- आठवीं सवारी: 28 अगस्त 2023
- नौवीं सवारी: 4 सितंबर 2023
- अंतिम शाही सवारी: 11 सितंबर 2023