Acn18.com/सूरजपुर जिले के प्रतापपुर में सड़क निर्माण में लगे ठेकेदार और उसके कर्मचारियों ने आदिवासी युवक को जेसीबी से बांधकर उसकी जमकर पिटाई की। यहां तक कि चप्पल पर थूक-थूक कर उससे युवक की पिटाई की गई। रातभर की गई पिटाई से युवक घायल हो गया। हालांकि पुलिस ने मारपीट के 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला प्रतापपुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, प्रतापपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सरहरी निवासी कलिंदर राम (35 वर्ष) सोमवार को अपने घर से 4 हजार रुपए लेकर धान का बीज खरीदने निकला था। वह घूमते-घूमते प्रतापपुर से लगे ग्राम मायापुर में पहुंचा। यहां वो सड़क निर्माण में लगी जेसीबी मशीन, अन्य गाड़ियों और बड़े उपकरणों को खड़े होकर देखने लगा। इस पर JCB चालक, पोकलेन चालक और हेल्पर ने उसे चोर समझकर पकड़ लिया। इसके बाद उन्होंने जेसीबी मशीन से बांधकर पूरी रात उसकी जमकर पिटाई की।
इसकी जानकारी मंगलवार सुबह उसके घरवालों को मिली, तो वे उसे किसी तरह से छुड़ाकर घर ले गए। मामले में आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शिव भजन मरावी पीड़ित युवक को थाना लेकर पहुंचे और केस दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि पीड़ित के साथ रोड निर्माण कंपनी के JCB चालक, पोकलेन चालक और हेल्पर ने मारपीट की। तीनों ने युवक को मोबाइल चोरी के शक में पकड़ा था। इसके बाद उसके दोनों हाथों को जेसीबी से बांधकर उसके साथ मारपीट की थी। पुलिस ने बताया कि पीड़ित ने डर के कारण थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी, लेकिन आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शिव भजन मरावी उसे लेकर पहुंचे और थाने में केस दर्ज कराया।
पुलिस ने बताया कि पीड़ित की मेडिकल जांच कराई गई है। वहीं आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रतापपुर थाना प्रभारी किशोर केरकेट्टा ने कहा कि मामला काफी गंभीर है, इसकी जांच कराई जाएगी।
आरोपियों के नाम अभिषेक पटेल (21 वर्ष) निवासी ग्राम बिरहोली जिला कटनी, कृष्ण पटेल (20 वर्ष) निवासी ग्राम बड़ागांव जिला कटनी और सोनू राठौर (19 वर्ष) ग्राम चांदपुर जिला अनूपपुर हैं। इनके खिलाफ धारा 341, 294, 506, 323, 34 के तहत केस दर्ज किया गया है। इन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इनकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल डंडा जब्त कर लिया गया है।
पीड़ित युवक का आरोप
पीड़ित युवक कलिंदर राम का आरोप है कि ठेकेदार और उसके कर्मचारियों से बार-बार छोड़ने की गुहार लगाने के बावजूद उन्होंने उसे रातभर मारा। साथ ही किसी को घटना की जानकारी देने या फिर कानूनी कार्रवाई करने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी।