Acn18.com/कोरबा में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल पूर्व पाॅवर प्लांट की चिमनी को धराशायी कर दिया गया है। प्लांट की 125 मीटर चिमनी चंद सेकंड में ही जमींदोज हो गई। 70 की दशक में प्लांट स्थापित किया गया था जहां प्लांट की मियांद समाप्त होने के बाद उसे वर्ष 2020 में बंद कर दिया गया था। प्लांट में मौजूद कलपूर्जों को एक निजी कंपनी ने खरीदा है जिसके द्वारा चिमनी को गिरा दिया गया वहीं दूसरी चिमनी को भी गिराने की तैयारी की जा रही है।
कोरबा-दर्री मार्ग पर कोहड़िया के पास मौजूद सीएसईबी पूर्व पाॅवर प्लांट को डिस्मेंटल करने का काम जोरों पर है। एनजीटी के निर्देश पर वर्ष 2020 में ही पाॅवर प्लांट को बंद कर दिया गया था जिसके बाद सयंत्र के कबाड़ को एक निजी कंपनी को बेच दिया गया था जिसके द्वारा प्लांट को डिस्मेंटल किया जा रहा है। इसी कड़ी में कंपनी द्वारा प्लांट की 125 मीटर उंची चिमनी को गिरा दिया गया। विस्फोट का इस्तेमाल कर कुछ सेकंड के भीतर ही चिमनी को धराशायी कर दिया गया। 70 के दशक में भेल के सहयोग से प्लांट की स्थापना की गई थी जिसके कारण कोरबा को उर्जाधानी का नाम मिला था। अब जब प्लांट बूढ़ी हो चुकी है,तब एक एक कर प्लांट के कलपूर्जों को निकालकर ले जाया जा रहा है।