टीपी नगर अग्निकांड के बाद कोरबा शहर में संचालित अस्पतालों में फायर फायटिंग की सुविधा को लेकर कोरबा का जिला प्रशासन काफी गंभीर नजर आ रहा है। कलेक्टर के निर्देश पर चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है,जो लगातार अस्पतालों का निरिक्षण कर वहां आगजनी की घटनाओं से निपटने जरुरी साजो सामान के मौजूदगी की जांच कर रही है। जांच के दौरान कृष्णा अस्पताल सहित और भी कई अस्पतालों में काफी कमियां पाई गई है जिन्हें दूर करने को लेकर जांच दल ने नोटिस जारी करने की बात कही है।
उंची दुकान,फीकी पकवान वाली कहावत कोरबा के कोसाबाड़ी में संचालित कृष्णा अस्पताल पर बिल्कुल फिट बैठती है। इस अस्पताल की गिनती शहर के चुनिंदा बड़े अस्पतालों के रुप में होती है बावजूद इसके यहां वो सुविधाएं नहीं है,जो आपात स्थिती में लोगों की जान की रक्षा कर सके। अस्पताल में अगर आग लग जाती है,तो मरीजों को बचाने जरुरी साजों सामान यहां नहीं है। मसलन हम कह सकते हैं,कि फायर फायटिंग के संसाधन यहां नाम मात्र के हैं। ऐसा हमारा नहीं बल्की उस टीम का कहना है,जो शहर के अस्पतालों में मौजूद अग्निशमन यंत्रो की जांच कर रही है। टीपी नगर अग्निकांड के बाद कोरबा का जिला प्रशासन आगजनी की घटनाओं को रोकने काफी गंभीर नजर आ रहा है और चार सदस्यीय दल का गठन कर अस्पतालों में आगजनी की घटनाओं को रोकने जरुरी संसाधनों की जांच कर रहा है। जांच के दौरान कृष्णा अस्पताल,गीता देवी मेमोरियल अस्पताल सहित सिटी हाॅस्पीटल में अग्निश्मन यंत्रो की काफी कमी पाई गई है।
प्रशासन के जांच दल में अग्निशमन विभाग,नगर निगम,जिला अस्पताल सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एक एक अधिकारी शामिल है,जो सतत् रुप से अस्पतालों का निरिक्षण वहां मौजूद सुविधाओं के संबंध में जानकारी ले रहे है। कृष्णा सहित अन्य अस्पतालों में जिस तरह से फायर फाईटिंग के संसाधनों की कमी पाई गई है उसकी रिपोर्ट जांच दल ने कलेक्टर को सौंप दी है जिनके द्वारा जल्द ही संबंधित अस्पताल प्रबंधनो को नोटिस जारी किया जाएगा और कमियों को दूर करने 15 दिन का समय दिया जाएगा। निर्धारित अवधी के भीतर कमियों को दूर नहीं किया गया तो प्रशासन द्वारा लाईसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
टीपी नगर स्थित कमर्शियल काॅम्पलेक्स में आगजनी की घटना कोरबा के इतिहास की सबसे बड़ी घटना है जिसमें करोड़ों की संपत्ति जलकर स्वाहा हो गई और तीन लोगों की जान चली गई। यही वजह है,कि प्रशासन इस तरह के घटनाओं को रोकने हर संभव प्रयास कर रहा है। प्रशासन की कोशिशों को देखते हुए सभी को आपात स्थिती से निपटने अपने संस्थानों में अग्निशमन यंत्रो की पर्याप्त व्यवस्था रखने की जरुरत है ताकी लोगों की जान माल की रक्षा हो सके।