Acn18.com/छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक ही परिवार के ससुर और बहू की मौत हो गई है। जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हुई है। सभी घर का छप्पर ठीक करने के बाद बरामदे में आराम कर रहे थे। उसी दौरान यह हादसा हुआ है। मामला बगीचा थाना क्षेत्र का है।
ग्राम पंचायत भितघरा के पहाड़ी कोरवा आश्रित ग्राम राजपुर में रतिया राम (68) अपने परिवार के साथ रहता था। रतिया घर का खर्चा चलाने के लिए खेती किसानी करता था। लगातार हो रही बारिश के चलते वह घर का छप्पर ठीक करवा रहा था।
अचानक शुरू हुई बारिश, फिर हादसा
इसके बाद बहू दीनामती(20) और दीनामती की मां मंझनी बाई (50) के साथ रतिया शनिवार को छप्पर ठीक कर रहे थे। दोपहर को छप्पर ठीक करने के बाद सभी बरामदे में आराम करने लगे। उसी दौरान कुछ देर बाद अचानक से तेज बारिश शुरू हो गई। फिर तेज बिजली कड़की और बरामदे में गिरी। जिससे मौके पर ही दीनामती और रतिया राम की मौत हो गई।
कुछ दिन पहले आई थी
वहीं दीनामती की मां जो कुछ दिन पहले ही अपनी बेटी से मिलने आई थी। वह भी झुलस गई है। हादसे के वक्त घर पर और कोई नहीं था। कुछ देर बाद जब बेटा घर पर पहुंचा, तब मंझनी को अस्पताल ले जाया गया।
रुक-रुककर हो रही बारिश
दीनामती और रतिया राम की पहले ही मौत हो चुकी थी। पूरे घटनाक्रम की जानकारी रविवार को सामने आ सकी है। दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। जिले के कई इलाकों में शनिवार सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है।
क्यों गिरती है बिजली?
आकाशीय बिजली इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज है। ऐसा तब होता है, जब बादल में मौजूद हल्के कण ऊपर चले जाते हैं और पॉजिटिव चार्ज हो जाते हैं। भारी कण नीचे जमा होते हैं और निगेटिव चार्ज हो जाते हैं। जब पॉजिटिव और निगेटिव चार्ज अधिक हो जाता है तब उस क्षेत्र में इलेक्ट्रिक डिस्चार्ज होता है। अधिकतर बिजली बादल में बनती है और वहीं खत्म हो जाती है, लेकिन कई बार यह धरती पर भी गिरती है। आकाशीय बिजली में लाखों-अरबों वोल्ट की ऊर्जा होती है। बिजली में अत्यधिक गर्मी के चलते तेज गरज होती है। बिजली आसमान से धरती पर 3 लाख किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गिरती है।
नॉलेज: 3 लाख किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धरती पर गिरती है बिजली; इससे बचने के 6 तरीके
- सिर के बाल खड़े हो जाएं या झुनझुनी होने लगे तो फौरन नीचे बैठकर कान बंद कर लें। यह इस बात का संकेत है कि आपके आसपास बिजली गिरने वाली है।
- जहां हैं, वहीं रहे। हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे-लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें।
- दोनों पैरों को आपस में सटा लें, दोनों हाथों को घुटनों पर रख कर अपने सिर को जमीन की तरफ जितना संभव हो झुका लें। सिर को जमीन से सटने न दें। जमीन पर कभी न लेटें।
- बिजली से चलने वाले उपकरणों से दूर रहें, तार वाले टेलीफोन का इस्तेमाल न करें। खिड़कियों, दरवाजे, बरामदे और छत से दूर रहें।
- पेड़ बिजली को आकर्षित करते हैं, इसलिए पेड़ के नीचे खड़े न हों। समूह में न खड़े रहें, अलग-अलग हो जाएं।
- घर से बाहर हैं तो धातु से बनी वस्तुओं का इस्तेमाल न करें। बाइक, बिजली के पोल या मशीन से दूर रहें।