कोरबा जिला हमेशा से ही सापो को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहता हैं आएं दिन जिले में जेहरीले और विशाल काय सांपो को लेकर चर्चा में बना रहता हैं, कुछ वर्षो से जिले के बीहड़ क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों में सांपो को बचाने में काफ़ी जागरूकता आई हैं, किस हद तक लोगों में जागरूकता आई हैं इस बात से लगाया जा सकता की जिले के बीहड़ गांव गोडमा में अजगर साप दिखते ही लोगों में जहां डर व्याप्त हो गया वहीं उसको मारने के बजाएं गांव वालों ने बचाना बेहतर समझा और खेल रहे बच्चों ने साप दिखते ही घर वालों को उसकी जानकारी दी जिसके बाद गांव वालों ने बिना देरी किए इसकी जानकारी वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को दिया, जिसके बाद उन्हें साप को देखते रहने को कहा फिर बिना देरी किए जितेन्द्र सारथी मौके स्थल के लिए रवाना हो गए आखीरकार गांव में पहुंचने के पश्चात टब से ढके अजगर को निकाल कर बड़ी सावधानी से रेस्क्यू किया जिस पर गांव वालों ने धन्यवाद ज्ञापित किया साथ ही सारथी ने गांव वालों इस जागरूकता की सराहना किया वहीं बालको के भादरा पारा में बरवे परिवार में दशकरम कार्यक्रम खत्म ही हुआ था की शाम को आंगन से जहरीला अहिराज सांप चलता हुआ दिखाई दिया, मेहमान से भरे घर में जहरीला सांप देखते ही लोगों में दहशत फैल गया जिसके बाद जितेन्द्र सारथी को जानकारी दी गई जिस पर थोड़ी देर में पहुंचने की बात कहीं और थोड़ी देर पश्चात जितेन्द्र सारथी अपने टीम मेंबर नागेश सोनी के साथ बरवे परिवार के घर पहुंचे और अहिराज सांप को सुरक्षित रेस्क्यू किया तब जाकर घर वालों ने राहत भरी सास ली फिर थोड़ी देर पश्चात सांपो को जंगल में छोड़ दिया गया।
जितेन्द्र सारथी ने बताया मौसम बदलते ही हमें लगातार रेस्क्यू कॉल आ रहे, दिन से ज्यादा रात में ज्यादा रेस्क्यू कॉल आ रहे जिस पर हम लगातार सांपो के साथ इंसानो को बचाने में लगे हैं, कभी कभी तो ऐसा हो रहा की हमें सोने तक नहीं मिल रहा, फिर भी हम अपनी ज़िम्मेदारी निभा रहे, आम जनों से निवेदन है साप दिखते ही उस पर नज़र रखें ताकि ढूंढने में समय ख़राब न हो और साथ ही थोड़ा धैर्य रखें।