सहायक आरक्षक का अपहरण, फिर गला रेतकर हत्या:परिजनों से मिलने आया था; नक्सलियों ने उठाया और जंगल ले गए, मारकर गांव में फेंकी लाश

Acn18.com/छ्त्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों ने एक सहायक आरक्षक की हत्या कर दी है। वारदात के बाद शव को गांव में ही फेंक दिया। बताया जा रहा है कि, सहायक आरक्षक छुट्टी में था और अपने परिजनों से मिलने के लिए गांव आया था। मौका पाकर नक्सलियों ने उसका अपहरण किया और उसे मार डाला। मामला जिले के कुटरू थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, सहायक आरक्षक संजय कुमार वेडजा नक्सल प्रभावित गांव कुटरू का रहने वाला था। वर्तमान में संजय भद्रकाली थाना में पदस्थ था। 11 जून से छुट्टी पर था। कुछ दिन से बीजापुर मुख्यालय में रह रहा था। 19 जून को अपने परिजनों से मिलने के लिए अपने गांव पाताकुटरू आया। नक्सलियों को इसके गांव आने की खबर मिल गई थी।

गांव में ही फेंकी लाश

इसके बाद 19 जून की रात माओवादी आरक्षक के घर पहुंचे। जिसके बाद उसे अपने साथ कुटरू गांव के जंगल लेकर चले गए थे। फिर धारदार हथियार से गला रेत कर इसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को गांव में ही फेंक दिया था। इस बात की जानकारी परिजनों ने पुलिस को दी। 20 जून को पुलिस मौके पर पहुंची है। मामले की जांच की जा रही है।

इससे पहले भी की थी हत्या
दरअसल, कुछ महीने पहले नक्सलियों ने बीजापुर जिले के एक गांव में एक जवान की हत्या की थी। हत्या के बाद उसके शव को भी बीच सड़क पर लाकर फेंक दिया था। साथ ही एक गोपनीय सैनिक और एक सरेंडर नक्सली की भी हत्या नक्सली कर चुके हैं।

अब तक इतनों को मारा

  • 17 नवंबर 2020 को नक्सलियों ने सुकमा के जंगलों में जनअदालत लगाकर 2 युवकों की हत्या की थी।
  • 21 अक्टूबर 2020 को नक्सलियों ने बीजापुर में एक आरक्षक को अगवा कर जनअदालत लगा उसकी हत्या की थी।
  • साल 2020 में ही नक्सलियों ने नारायणपुर के अबूझमाड़ में 2 युवकों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर गला रेत कर हत्या की थी।
  • साल 2020 में कांकेर जिले में नक्सलियों ने जनअदालत लगा कर एक पूर्व सरपंच की हत्या की थी।
  • साल 2020 में कांकेर जिले में एक दिव्यांग युवक की हत्या कर शव सड़क किनारे फेंका था। इस पर भी पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया गया था।
  • साल 2020 में सुकमा जिले में ही नक्सलियों ने एक ग्रामीण पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर जनअदालत लगा उसकी हत्या कर दी थी।
  • नवंबर 2021 में सुकमा जिले में जनअदालत लगाकर माओवादियों ने 2 युवकों की हत्या की थी। इनपर भी पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया था।
  • नवंबर 2021 में नक्सलियों ने कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा इलाके में जनअदालत लगाकर 1 ग्रामीण की हत्या की थी।
  • जनवरी 2022 में बीजापुर जिले में अपने ही एक साथी कमलू पुनेम को जनअदालत लगाकर मारा था।
  • जनवरी 2022 में ही बीजापुर जिले के जांगला थाना क्षेत्र में अपने ही 2 साथी भोंगी पोयाम और कोतरापाल निवासी बोटी कुहरामी पर पुलिस मुखबिरी का शक कर उन्हें भी जन अदालत लगा कर मौत की सजा दी।
  • 10 फरवरी को माओवादियों ने दंतेवाड़ा जिले के टेटम में एक युवक की हत्या कर दी थी।
  • 17 मार्च को माओवादियों ने बीजापुर जिले के मद्देड थाना क्षेत्र में एक पास्टर की हत्या की थी।
  • 28 अप्रैल को दंतेवाड़ा के नीलावाया में एक दिव्यांग युवक की हत्या कर दी।
  • 2 मई को दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण इलाके के एक कोटवार को मारा था।
  • 27 अगस्त को कोंडागांव जिले में एक ग्रामीण की जान ले ली।
  • 10 नवंबर 2022 को CG-तेलंगाना राज्य की सीमा पर एक युवक को मारकर फेंक दिया था।
  • 6 जनवरी 2023 को CG-तेलंगाना बॉर्डर पर एक ग्रामीण की हत्या की।
  • फरवरी 2023 में नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर इन 3 जिलों में भाजपा के 3 नेताओं को मारा।